यूपीजेईए का प्रदेश की आम जनता के हितों के मद्देनजर 'मोबाइल बंद' कार्यक्रम स्थगित
ध्यानाकर्षण कार्यक्रम न्याय मिलने तक जारी रहेगा
प०नि०संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन की आपात बैठक संगठन भवन माजरा में आयोजित की गयी। बैठक में एसोसिएशन के वर्तमान में चलाये जा रहे असहयोग आन्दोलन के अन्तर्गत मोबाइल बंद कार्यक्रम पर चर्चा की गयी।
केन्द्रीय अध्यक्ष जीएन कोठियाल ने कहा कि 25 जुलाई से एसोसिएशन द्वारा जेई से एई के रिक्त पदों पर प्रोन्नति किये जाने की माँग को लेकर असहयोग आंदोलन के अंतर्गत मोबाइल बंद कार्यक्रम किया जा रहा था। एसोसिएशन के सदस्य अपनी नियमित 8 घण्टे की डयूटी करने के उपरान्त विभागीय मोबाइल बंद रख रहे थे। यह ध्यानाकर्षण आंदोलन का द्वितीय चरण था।इससे पूर्व 11 जुलाई से 20 जुलाई तक ऊर्जा भवन मुख्यालय में रोजाना 5:30 से 7:30 तक दो घण्टे सत्याग्रह किया गया। केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आजकल प्रदेश में मानसून सक्रिय है, ऐसे में सभी जगह विशेष तौर से पर्वतीय क्षेत्रों में आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है। वर्तमान में निगम के पास जनता की समस्याओं का समाधान किये जाने की अतिरिक्त व्यवस्था उपलब्ध नहीं होने के कारण बेवजह ही आम जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि संगठन के वर्तमान कार्यक्रम का उद्देश्य जनता को बिना तकलीफ दिये अपनी जायज माँगों पर शासन एवं प्रबन्धन का ध्यानाकर्षण करना है।
अंतः एसोसिएशन द्वारा वर्तमान में चलाया जा रहा मोबाइल बंद आंदोलन प्रदेश भर में मानसून की सक्रियता के मद्देनजर आपदा की स्थिति में सहयोग देने एवं आम जनता के हित को ध्यान में रखकर स्थगित किया जाता है, जबकि ध्यानाकर्षण कार्यक्रम न्याय मिलने तक जारी रहेगा।उन्होंने निगम प्रबंधन से यथाशीघ्र अवर अभियंता से सहायक अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति किये जाने की माँग की।
केन्द्रीय महासचिव जेसी पंत ने कहा कि वर्तमान असहयोग कार्यक्रम के अन्तर्गत राष्ट्रहित , प्रदेशहित एवं प्रदेश की आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए सिर्फ ' मोबाइल बंद ' कार्यक्रम स्थगित किया गया है। संगठन का ध्यानाकर्षण कार्यक्रम यथावत जारी रहेगा।अब संगठन प्रदेश भर में जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर अपनी पीड़ा उनके सम्मुख रखेगा एवं अपनी बात जन जन तक पहुंचाएगा।
आपात बैठक मे वरिष्ठ पदाधिकारी डीएस गौड़, आरके शर्मा, आरके जैन, रविन्द्र सैनी एवं अन्य ने अपने विचार व्यक्त किये।