मंगलवार, 17 सितंबर 2019

राजभवन डेंगू मामले में क्यों नहीं चला पा रहा सरकार पर चाबुकः मोर्चा

राजभवन डेंगू मामले में क्यों नहीं चला पा रहा सरकार पर चाबुकः मोर्चा



- आखिर क्यों चुप्पी साध रखी है राजभवन ने !
- प्रदेश में जान गंवाने वालों के आंकड़े 100 के नजदीक।
- हजारों लोग इस बीमारी से जूझ रहे।
- प्रदेश में महामारी का रूप धारण किया डेंगू ने।
- जनता की हिफाज़त करने में नाकाम सरकार को बर्खास्त करें राजभवन।
संवाददाता
विकासनगर। मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में डेंगू ने महामारी का रूप धारण कर लिया है तथा सरकार/विभाग के बदइंतजामात/सुस्ती ने कई घरों के चिरागों को असमय मौत के मुँह में धकेल दिया है। डेंगू जैसी बीमारी ने सरकारी सुस्ती की वजह से महामारी का रूप धारण कर लिया है, जिसका नतीजा ये हुआ कि डेंगू से मरने वालों की संख्या 100 का आंकड़ा छूने वाली है तथा हजारों लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं।
मोर्चा ने हैरानी जतायी कि इससे ज्यादा शर्मनाक बात क्या होगी कि पूरा प्रदेश डेंगू की चपेट में है और वहीं दूसरी ओर राजभवन चुप्पी साधे बैठा है यानि धृतराष्ट्र की भूमिका में है। अगर शुरूआती दौर में ही राजभवन सख्ती करता तो आज ये नौबत नहीं आती। अगर गलती से प्रदेश में किसी अन्य दल की सरकार होती तो अब तक राष्ट्रपति शासन लग चुका होता।
नेगी ने कहा कि आज भी सरकार अधिकारियों/विभागों पर सख्ती करने के बजाए अस्पतालों में जाकर फल बांटने की नौटंकी कर रही है, जैसे कोई दिव्य फल दिया जा रहा हो, जिससे मरीज जल्दी ठीक होगा।
मोर्चा राजभवन से माँग करता है कि इस बदइंतजामी, गैरजिम्मेदाराना, लापरवाही व जनता की हिफाजत करने में नाकाम सरकार की बर्खास्तगी की कार्यवाही करें।
पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, जयदेव नेगी, भीम सिंह बिष्ट, प्रवीण शर्मा पीन्नी आदि थे।


सेना वीर नारियों तथा निकटतम परिजनों तक पहुंची और संवाद कायम किया
बैटल एक्स डिविजन के तत्वाधान में सैनिकों की एक टीम ने साइकिल अभियान (3 सितम्बर से 15 सितम्बर, 2019) के माध्यम से वीर नारियों और निकटतम परिजनों तक पहुंचने तथा संवाद कायम करने का कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा किया। 927 किलोमीटर लंबे इस अभियान में मारवाड़ क्षेत्र के अजमेर, भीलवाड़ा, पाली, जोधपुर और जैसलमेर जिलों के सुदूर क्षेत्रों की यात्रा की गई। अभियान दल ने वीर नारियों और युद्ध में शहीद व शारीरिक रूप से अक्षम सैनिकों के निकटतम परिजनों को उनकी पात्रता तथा सुविधाओं की जानकारी दी।   
साइकिल अभियान टीम ने कई अक्षम सैनिकों से बातचीत की और उनके परिवारों को विभिन्न वित्तीय लाभों और योजनाओं के बारे में जानकारी दी। अभियान दल ने शाहपुरा, भीलवाड़ा में 65 पूर्व सैनिकों तथा 12 वीर नारियों; धोसाला, बीवर में 22 पूर्व सैनिकों तथा 14 शहीदों के निकटतम परिजनों; सोजात में 5 शहीदों के निकटतम परिजनों तथा 12 पूर्व सैनिकों; पाली में 12 शहीदों के निकटतम परिजनों तथा 32 पूर्व सैनिकों; सजारा में 18 शहीदों के निकटतम परिजनों तथा 56 पूर्व सैनिकों; दाईजर में 8 शहीदों के निकटतम परिजनों तथा 38 पूर्व सैनिकों तथा कलाऊ, जैसलमेर में 52 पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान किया। अभियान दल ने भीलवाड़ा, पाली, सोजात, डांगीयावास तथा चेराई में स्कूली बच्चों और स्थानीय युवाओं से भी बातचीत की।
इस अभियान को मेजर जनरल टी.के. अईच ने 16 सितम्बर, 2019 को जैसलमेर में झण्डी दिखाकर रवाना किया था।


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