एक आइडिया और बन गया 1 लाख करोड़ का मालिक
देश के टॉप-10 अमीरों में हुआ शामिल
फोर्ब्स इंडिया ने अमीरों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 7वें नंबर पर राधाकिशन दमानी की एंट्री हुई है। डी मार्ट के फाउंडर राधाकिशन दमानी रिटेल बिजनेस के किंग माने जाते हैं।
एजेंसी
मुंबई। फोर्ब्स इंडिया ने अमीरों की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में 7वें नंबर पर राधाकिशन दमानी की एंट्री हुई है।। डी मार्ट के फाउंडर राधाकिशन दमानी रिटेल बिजनेस के किंग माने जाते हैं। लेकिन उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शेयर बाजार में निवेशक के तौर पर की थी। एक आइडिया ने उनकी किस्मत बदल दी और महज 24 घंटे में उनकी संपत्ति 100 फीसदी बढ़ गई।
राधाकिशन दमानी ने शेयर बाजार में अपनी शुरूआत 1980 के दशक में की थी। लेकिन उनकी कंपनी डी मार्ट का आईपीओ 2017 में आया था। 20 मार्च 2017 तक राधाकिशन दमानी सिर्फ एक रिटेल कंपनी के मालिक थे, लेकिन 21 मार्च की सुबह जैसे उन्होंने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की घंटी बजाई, वैसे ही उनकी संपत्ति 100 फीसदी तक बढ़ गई।
21 मार्च की सुबह जब राधाकिशन दमानी की कंपनी का आईपीओ शेयर बाजार में लिस्ट हुआ तो उनकी संपत्ति, कई अमीर घरानों से ज्यादा हो गई। डीमार्ट का शेयर 604.40 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इश्यू प्राइस 299 रुपये रखा गया था। यह 102 फीसदी का रिटर्न है। पिछले 13 साल में लिस्टिंग के दिन किसी शेयर की कीमत में इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई थी।
फोर्ब्स इंडिया की ओर से जारी लिस्ट में बताया गया है कि राधाकिशन दमानी की कुल नेटवर्थ बढ़कर 1430 करोड़ डॉलर (करीब 1.01 लाख करोड़ रुपये) हो गई है। दमानी इस लिस्ट में 7वें नंबर पर है।
रमेश दमानी ने शुरुआती दिनों में बॉल-बियरिंग का कारोबार शुरू किया, लेकिन नुकसान होने के चलते बंद कर दिया। पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने भाई के साथ स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग शुरू की। उन्होंने बेहतर मौके तलाश कर छोटी कंपनियों में निवेश शुरू किया।
सन 1990 तक उन्होंने निवेश कर करोड़ों कमा लिए थे। फिर उन्होने रीटेल कारोबार में उतरने की सोची और धीरे-धीरे उनका कारोबार चल निकला। आज उनकी कंपनी की वैल्यू करीब 1.13 लाख करोड़ रुपये है।
वह हमेशा सफेद कपड़े पहनते हैं और शेयर बाजार के दिग्गज निवेशकों के बीच मिस्टर व्हाइट एंड व्हाइट के नाम से मशहूर हैं। उन्होंने 1999 में रिटेल बिजनेस शुरू किया था, ये वह वक्त था जब कुमार मंगलम बिड़ला और फ्यूचर ग्रुप के किशोर बियानी के कदम इस सेक्टर में आए भी नहीं थे।