मालाबार 2019 भारत-जापान-अमरीका नौसेना सहयोग को और मजबूती प्रदान करेगा तथा साझा मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित पारस्परिकता में वृद्धि करेगा। इस अभ्यास में सतह, उप-सतह और वायु क्षेत्रों में जटिल सामुद्रिक ऑपरेशन शामिल होंगे तथा पनडुब्बी-रोधी युद्ध, विमान-रोधी और पनडुब्बी-रोधी फायरिंग, मैरीटाइम इन्टर्डिक्शन ऑपरेशन्स (एमआईओ) पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इनके अलावा इस अभ्यास के दौरान विजिट बोर्ड सर्च एंड सीजर (वीबीएसएस) और समुद्र में सामरिक परिदृश्य आधारित अभ्यास पर भी ध्यान दिया जाएगा। इन परिचालनों के अलावा, साझेदार नौसेनाएं आधिकारिक प्रोटोकॉल दौरे, सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट एक्सचेंज (एसएमईई) सहित व्यवसायिक संपर्क, एक-दूसरे के पोत पर दौरा, खेल प्रतियोगिताएं और सामाजिक कार्यक्रम भी संचालित करेंगी। ये आयोजन हार्बर चरण के दौरान आयोजित किये जाएंगे।
अभ्यास में भारतीय नौसेना के पोत और लड़ाकू विमान तीनों देशों के बीच सामुद्रिक संबंधों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूती प्रदान करेंगे और क्षेत्र की सुरक्षा और स्थायित्व में योगदान देंगे।