बाघ ने खुले में शौच से मुक्त किए कई गांव
एजेंसी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के महोबा और हमीरपुर जिले की सीमा में दो गांव में बाघ घुस आया जिसके डर से ग्रामीण खुले में शौच के लिए नहीं जा रहे हैं। बता दें कि हमीरपुर और महोबा जिले को बहुत पहले ही ओडीएफ घोषित किया जा चुका है। गांवों के हर घर में शौचालय भी बने हुए हैं, इसके बावजूद ग्रामीण खुले में शौच करने से बाज नहीं आ रहे थे।
जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी ग्रामीण खुले में शौच के लिए जा रहे थे, तभी अचानक एक बाघ हमीरपुर/महोबा जिले की सीमा में दहाड़ने लगा। घबराए ग्रामीण घरों में कैद हो गए और खुले में शौच पर पूरी तरह रोक लग गई। महोबा के डीएफओ रामजी राय के अनुसार यह एक वयस्क रॉयल बंगाल टाइगर है जो मध्य प्रदेश के पन्ना के जंगलों से भटककर यहां आ गया है।
मौके पर पहुंचे वन विभाग के डीएफओ रामजी राय ने बताया कि कुनेहटा गांव में युवराज सिंह के खेत में बाघ दिखने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर महोबा के साथ-साथ हमीरपुर से भी वन विभाग की टीम को बाघ पकड़ने के लिए बुलाया गया। महोबा में बाघ का आना किसी बड़े आश्चर्य से कम नहीं है।
ग्रामीणों को खुद की सुरक्षा को लेकर आग जलाकर रात गुजारने के लिए सतर्कता बरतने की हिदायद दी गई है। बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लाया गया है। वन विभाग और पुलिस की टीम जंगल में इस बाघ को पकड़ने की कवायद में जुटी हुई है। कुनेहटा गांव के किसान युवराज सिंह ने बताया कि जंगल में बाघ की मौजूदगी के चलते ग्रामीण घरों में दुबके हुए हैं और कोई भी खुले में शौच के लिए जंगल में नहीं जा रहा है।
यह बाघ का खौफ ही है कि हमीरपुर जिले के कुनेहटा और महोबा जिले के ग्यूडी गांव के ग्रामीण खुले में शौच को नहीं जा रहे हैं। लोग इस बाघ को ओडीएफ का ब्रांड एम्बेसडर बताते हुए व्यंग कर रहे है।