'गढ़वाल के नजारे' कला प्रदर्शनी का शुभारंभ
स्वयंभू सोशल फाउंडेशन द्वारा उत्तरा कला गैलरी में कला प्रदर्शनी का आयोजन
प०नि०संवाददाता
देहरादून। दून घंटाघर के समीप एमडीडीए कांप्लेक्स स्थित उत्तरा कला गैलरी में स्वयंभू सोशल फाउंडेशन द्वारा आयोजित कला प्रदर्शनी गढ़वाल के नजारे का शुभारंभ हो गया है। इस कला प्रदर्शनी में 16 कलाकारों की गरीब 30 पेंटिंग्स को प्रदर्शित किया गया है जिसमें मुख्यतः पहाड़ के सौंदर्य एवं वहां की समस्याओं को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।
दून घंटाघर के समीप एमडीडीए कॉन्प्लेक्स स्थित उत्तरा आर्ट गैलरी में स्वयंभू सोशल फाउंडेशन द्वारा छह दिवसीय कला प्रदर्शनी गढ़वाल के नजारे की शुरुआत की गई। प्रदर्शनी के दौरान फाउंडेशन के संस्थापक एवं पूर्व नौकरशाह प्रदीप कुमार मोहंती ने बताया कि इस कला प्रदर्शनी में 16 चित्रकारों की कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं जिनमें से चार चित्रकार उत्तराखंड के हैं। उन्होंने बताया कि करीब 30 पेंटिंग्स के जरिए चित्रकारों ने पहाड़ों के सौंदर्य एवं वहां की समस्याओं को प्रदर्शित किया है।
गौर हो कि इसी वर्ष 4 से 10 अप्रैल तक कर्णप्रयाग के रतूड़ा गांव में स्वयंभू सोशल फाउंडेशन ने एक चित्रकला शिविर का आयोजन किया था। उक्त शिविर में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए चित्रकारों ने पहाड़ों की अदभुत झलकियां को अपने कैनवास में उतारा। उन्हें चित्रों को 1 से 6 नवंबर तक उत्तरा आर्ट गैलरी में 6 दिनों के लिए प्रदर्शित किया गया है।
मोहंती ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदर्शनी सुबह 11ः00 बजे से शाम 7ः00 बजे तक जनता के लिए खुली रहेगी। सोमवार को गैलरी बंद रहती है इसलिए उस दिन विराम रहेगा। उन्होंने कहा कि स्वयंभू सोशल फाउंडेशन नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी है जिसका मकसद स्थानीय चित्रकारों को अपने स्तर पर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शित पेंटिंग स्कोर कला प्रेमियों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है जिसके लिए उनको न्यूनतम 20000 रूपये से लेकर मूल्य अदा करना होगा।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में चित्रकारों की कलाकृतियों से सुसज्जित आकर्षक ग्रीटिंग कार्ड भी उपलब्ध है। कला प्रेमियों द्वारा खरीदे गए कार्ड्स में से रकम रॉयल्टी के रूप में चित्रकारों तक जाएगी।
इस अवसर पर पूर्व मुख्य सचिव एन रविशंकर, संस्कृति विभाग के निदेशक सुश्री बीना भट्ट, उत्तराखंड के चित्रकार चंदन आर्य, आकर्षण बोरा, त्रिभुवन सिंह नेगी सहित अनेक कला प्रेमी मौजूद थे।