जलवा बरकरारः देसी शराब पहली पसंद
शराब पीने के बाद हर चौथा भारतीय करता हाथापाई
शराब पीने वाले लोगों की औसत आयु 18-49 के बीच है, जो पीने के बाद हंगामा करते हैं और हर पांचवां आदमी रात में नहीं दिन में हंगामा करता है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई हैै
एजेंसी
नई दिल्ली। हमारे देश में शराब पीकर हंगामा करना आम बात है। भारत में शराब पीने वाला हर चौथा आदमी मदिरा सेवन का समापन लड़ाई-झगड़े से करता है। शराब पीने वाला हर दूसरा भारतीय एक मौके पर कम से कम चार ड्रिंक जरूर लेता है।
इस तरह के व्यवहार को हैवी एपिसोडिक ड्रिंकिंग यानी बहुत ज्यादा सेवन करने वाला माना जाता है। आपको आश्चर्य होगा कि भारत में अल्कोहल का सेवन करने वाले 43 प्रतिशत लोग इस कैटेगरी में आते हैं। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने हाल ही में एक सर्वेक्षण किया है जिसमें यह सारी बातें सामने आई है।
भारत में देसी शराब और आईएमएफएल (भारत में बनने वाली विदेशी शराब) की खपत सबसे अधिक होती है। शराब पीने वाला हर तीसरा भारतीय इन उत्पादों पर फिदा है। वहीं वाइन पसंद करने वाले मात्र 4 फीसदी लोग ही हैं। हालांकि बियर पीने वाले 21 प्रतिशत लोग हैं, जिनमें से 12 प्रतिशत स्ट्रांग और 9 प्रतिशत लाइट बियर पसंद करते हैं।
शराब पीने वाले लोगों पर सर्वेक्षण के दौरान एक बात सामने आई कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बहुत ज्यादा अल्कोहल का सेवन करते हैं। इतना ही नहीं पीते वक्त उसमें बहुत ज्यादा पानी मिलाना भी पसंद नहीं करते। भारत में शराब पीने वालों की आबादी 14.60 प्रतिशत है। शराब पीने वाले लोगों की उम्र 10-75 साल के बीच है। वहीं कुल आबादी की बात की जाए तो 16 करोड़ लोग अल्कोहल का सेवन करते हैं, इसमें सभी वर्ग के लोग हैं।
अल्कोहल का सेवन करने वाले 16 करोड़ में से 95 प्रतिशत पुरुष हैं, जो 18-49 एज ग्रुप में आते हैं। वहीं शराब सेवन करने वालों का लिंगानुपात देखा जाए तो 17 पुरुषों के मुकाबले एक महिला है। रिपोर्ट के मुताबिक शराब पीने का प्रचलन 27.30 प्रतिशत पुरुषों में है जबकि महिलाओं में यह 1.60 फीसदी ही है।
इतना ही नहीं महिलाओं को शराब सेवन करने पर ज्यादा कंट्रोल है। यानी कि वो अपनी लिमिट जानती हैं। पुरुष इस मामले में लापरवाह है इसलिए अक्सर पीने के बाद वो हिंसक हो जाते हैं। रिपोर्ट में पाया गया है कि शराब पीने वाला हर पांचवां व्यक्ति अल्कोहलिक है यानी कि शराब पीने का आदी है। वहीं शराब पीने वाली हर 16वीं महिला अल्कोहलिक है।
गुजरात और बिहार में शराब बेचने पर पाबंदी है। वहीं 10 ऐसे राज्य हैं जहां की 20 प्रतिशत से ज्यादा आबादी अल्कोहल लेती है। इनमें छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश और गोवा प्रमुख है। बिहार और गुजरात को छोड़ दें तो राजस्थान और मेघालय में शराब पीने वाले लोग सबसे कम है। राजस्थान में 2.1 प्रतिशत और मेघालय में 3.4 प्रतिशत लोग शराब पीते हैं।
जानकर हैरानी होगी त्रिपुरा की 62 प्रतिशत आबादी शराब का सेवन करती है। वहीं छत्तीसगढ़ में 57.2 प्रतिशत और पंजाब में 51.70 प्रतिशत लोग शराब का प्रयोग करते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 30 प्रतिशत शराब की खपत होती है।
वहीं अरुणाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में क्रमानुसार 15.60 और 13.70 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती हैं। शराब पीने वाले लोगों की औसत आयु 18-49 के बीच है, जो पीने के बाद हंगामा करते हैं और हर पांचवा आदमी रात में नहीं, दिन में हंगामा करता है।