सेहत के लिए अच्छा नहीं होता सर्दियों में रोजाना नहाना
एक अध्ययन के अनुसार सर्दियों में रोजाना नहाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता
एजेंसी
न्यूयार्क। लोग रोजाना गंदे होने की वजह से नहीं बल्कि समाज के प्रेशर की वजह से नहाते हैं। कई शोधों में यह साबित हो चुका है कि स्किन में खुद को साफ करने की क्षमता होती है। यदि आप जिम नहीं जाते या रोजाना पसीना नहीं बहाते, धूल-मिट्टी में नहीं रहते तो रोजाना नहाना जरूरी नहीं है।
अगर सर्दियों में गरम पानी से नहाते हैं तो यह आपको नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा करने से त्वचा शुष्क हो सकती है क्योंकि उसमें से प्राकृतिक तेल निकल जाते हैं। ये ऑयल मॉइश्चराइज्ड और सुरक्षित रखते हैं। अगर रोजाना नहाना जरूरी है तो 10 मिनट से ज्यादा देर न नहाएं।
स्किन अच्छे बैक्टीरिया पैदा करती है जो कि इसको हेल्दी रखते हैं और केमिकल्स के टॉक्सिन्स से बचाते हैं। अमेरिका के जॉर्ज वॉशिंग्टन यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर सी ब्रैंडन मिशेल का कहना है कि नहाने से स्किन के नेचुरल ऑयल निकल जाते हैं जिससे गुड बैक्टीरिया भी हट जाते हैं। ये बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम को भी सपॉर्ट करते हैं। इसलिए सर्दियों में हफ्ते में दो या तीन दिन ही नहाना चाहिए।
रोज गरम पानी से नहाने से नाखूनों को नुकसान पहुंचता है। नहाते वक्त नाखून पानी अवशोषित कर लेते हैं फिर सॉफ्ट होकर टूट जाते हैं। इनका नेचुरल ऑयल भी निकल जाता है जिससे ये रूखे और कमजोर हो जाते हैं। रोजाना नहाने से पानी की बर्बादी होती है। एक अध्ययन के मुताबिक एक व्यक्ति के नहाने में रोजाना 55 लीटर पानी बर्बाद होता है।