सोने के गहने की शुद्धता कैसे परखें!
सरकार ने हॉलमार्क के विज्ञापन के जरिए लोगों को थोड़ा जागरूक करने की कोशिश की है। ताकि लोगों को पता चले कि सोना असली है या नकली।
प0नि0डेस्क
देहरादून। सोना हमेशा खरीदा जाता है। शादी का सीजन हो या कोई त्यौहार, सोने की डिमांड हमेशा रहती है। ऐसे में जरूरी है कि हर ग्राहक जागरूक हो कि जो सोना खरीद रहे हैं वो असली हो। आज भी लोग सोने की सही पहचान नहीं कर पाते हैं। सरकार ने भले ही हॉलमार्क के विज्ञापन के जरिए लोगों को थोड़ा अवेयर करने की कोशिश की हो, लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग नकली सोना खरीद लेते हैं। ऐसे में हमेशा सोना खरीदते समय चिंता सताए रहती है कि आखिरी जो हम सोना खरीद रहे हैं वो असली है या नकली।
सोने के आभूषण जब भी आप खरीदें तो उसमें बीआईएस हॉलमार्क जरूर देख लें। यह बीआईएस का एक सर्टिफिकेट है। जिसमें सोने की शुद्धता पता चलती है। इसमें आपको ध्यान देने की जरूरत ये है कि हॉलमार्क असली बना है या नकली। बीआईएस हॉलमार्क निशान सभी आभूषणों पर होता है। इसमें एक त्रिकोण निशान होता है। इसके साथ ही सोने की शुद्धता भी लिखी होती है।
एसिड टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है जिसमें आपको पल भर में ही पता चल जाएगा कि आपने जो सोना लिया वो असली है या नकली। इसक लिए आपको सोने को एक पिन से थोड़ा सा खुरेच दें। इसके बाद उस जगह नाइट्रिक एसिड की कुछ बूंदें डाल दें। अगर सोना असली होगा तो उसका रंग बिल्कुल भी नहीं बदलेगा। यदि नकली होगा तो हरे रंग का हो जाएगा।
चुंबक टेस्ट के लिए हार्डवेयर की दुकान से चुंबक लें और इससे सोने की जूलरी पर लगाएं। अगर यह चिपकता है तो आपका सोना असली नहीं है और अगर नहीं चिपकता तो यह असली है। क्योंकि सोना चुम्बकीय धातु नहीं है।
पानी के जरिए भी आप सोने का टेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक गहरे बर्तन में पानी भरना होगा। फिर इसके बाद आप सोने को डाल दीजिए। अगर वो असली सोना होगा तो पानी में डूब जाएगा। अगर सोना पानी की धारा के साथ कुछ देर तैरता है तो समझिए कि सोना नकली है। सोना कितना भी हल्का हो कितनी भी कम मात्रा में हो वह पानी में हमेशा डूब जाएगा।