विश्व संवाद केन्द्र की पाक्षिक पत्रिका के विशेषांक का विमोचन
संवाददाता
देहरादून। हिमालय हुंकार पाक्षिक पत्रिका के 'धर्म और राजनीति' विशेषांक का विमोचन महादेवी कन्या पाठशाला के सभागार में सम्पन्न हुआ। जिसमें मु़ख्य वक्ता सुरेन्द्र जैन संयुक्त महामंत्री विश्व हिन्दू परिषद व पूर्व प्राचार्य हिन्दू महाविद्यालय रोहतक ने धर्म के महत्व के बताते हुए कहा कि क्रूर राजनीति को धर्म ही सही राह पर लाता है।
उन्होंने कहा कि धर्म का अर्थ व्यापक है और धर्म एक विशेष प्रकार का चिन्तन व आचरण है। जैन ने कहा कि देश में यह बात फैलाई जा रही है कि राम मन्दिर के बाद देश को हिन्दू राष्ट्र बनाया जा रहा है। परन्तु हिन्दू धर्म क्या है इसको समझना चाहिए। उन्होंने बताया कि 'क्रूकसेड' और 'जिहाद' का इतिहास रक्तरंजित इतिहास है, जबकि हिन्दू धर्म दर्शन की गौरवशाली परम्परा रही है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष गुरुदेव सिंह वारने अध्यक्ष गुरु नानक देव एजूकेशनल सोसायटी ने कहा कि राजा धर्म को भूल जाये तो उसे स्मरण कराना धर्म का कर्तव्य है। सिख धर्म में राम राज्य को महान व श्रेष्ठ माना गया है। धर्म राजनीति को नियंत्रित करता है, जहां राजनीति भटक जाये तो वहां धर्म उसे ठीक करेगा।
इस अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि हिन्दू जीवन पद्वति में धर्म का विशेष महत्व है जैसे पिता-पुत्र, पति-पत्नि, गुरु-शिष्य, राजा-प्रजा प्रत्येक को अपना-अपना धर्म निभाना होता है। उसी प्रकार धर्म-राजनीति का भी अपना महत्व है जिसे समझना जरूरी है जो इस विशेषांक में प्रस्तुत है।
इस अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र के सचिव राजकुमार टोंक ने विश्व संवाद केन्द्र की पृष्ठभूमि व कार्याे के बारे मंे बताया। विशेषांक के सम्पादक राजेन्द्र पत में मंच संचालन किया और संवाद केन्द्र के अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार मित्तल ने सभी आगन्तुकांे का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर क्षेत्र कार्यवाह शशिकान्त दीक्षित, प्रान्त प्रचारक युद्ववीर, सह प्रान्त व्यवस्था प्रमुख अनिल मित्तल, सह प्रान्त प्रचार प्रमुख संजय, प्रज्ञा प्रवाह क्षेत्र संगठन मंत्री भगवती प्रसाद, हिमालय हुंकार सम्पादक रणजीत सिंह ज्याला सहित कई विद्वत जन उपस्थित थे।