जहरीली शराब से हुई दर्जनों मौतों के मामले में मिलना था त्रिवेंद्र को बेस्ट सीएम अवार्ड: मोर्चा -त्रिवेंद्र के मुख्यमंत्री/ गृहमंत्री रहते हुए वर्ष 2019 में जहरीली शराब पीने से हुई थी 100 से अधिक मौतें - जनपद हरिद्वार एवं देहरादून में हुई थी मौतें
- शराब माफियाओं के लिए रातों-रात लाए थे विधेयक
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर स्टेट हाईवे को जिला रोड कर दिया था घोषित
- मोर्चा अवार्ड मामले में करेगा सिलसिलेवार प्रहार संवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश के महान मुख्यमंत्री/ गृहमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल वर्ष 2019 के माह फरवरी में हरिद्वार के भगवानपुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 100 से अधिक मौतें हुई थी तथा सितंबर 2019 में जनपद देहरादून के पथरिया पीर इलाके में सरकारी ठेके की देसी शराब से एक दर्जन के करीब मौतें हुई, जिसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश के गृहमंत्री त्रिवेंद्र जिम्मेदार थे, क्योंकि उनकी सरपरस्ती में ही शराब माफियाओं ने तांडव मचाया तथा कई चूल्हे ठंडे कर दिए थे | हैरानी की बात यह है कि त्रिवेंद्र द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद शराब माफियाओं के हक में रातों-रात स्टेट हाईवे को जिला रोड घोषित कर दिया था | नेगी ने कहा कि अगर ् त्रिवेंद्र सिंह रावत को किसी संस्था द्वारा देश का बेस्ट सीएम अवार्ड दिया जाता तो निश्चित तौर पर इससे घृणित और निंदनीय कृत्य कोई हो नहीं सकता था | इसके साथ साथ ऐसी स्थिति में देश का सर्वश्रेष्ठ सीएम अवार्ड दिया जाना (प्रस्तावित) प्रदेश की जनता से बहुत बड़ा धोखा है |