तो क्या प्रदेश को दिवालिया करने के मामले में मिलना था त्रिवेंद्र को बेस्ट सीएम अवार्ड: मोर्चा
- त्रिवेंद्र ने प्रदेश को आर्थिक रूप से कर दिया कंगाल |
- त्रिवेंद्र सरकार अब तक ले चुकी लगभग 16000 करोड का बाजारु कर्ज़ 8-9 फ़ीसदी ब्याज दर पर
- मोर्चा अवार्ड मामले में करेगा सिलसिलेवार प्रहार
संवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बयान जारी कर कहा कि अभी हाल ही में प्रदेश के महान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को किसी संस्था द्वारा देश का बेस्ट सीएम अवार्ड दिया जाना प्रस्तावित था, अगर उक्त अवार्ड मिल जाता तो निश्चित तौर पर इससे घृणित और निंदनीय कृत्य कोई हो नहीं सकता था | नेगी ने कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने प्रदेश को हजारों करोड़ के कर्ज में डूबने का काम किया है यानि दिवालिया बनाने का काम किया है तथा जिनके कार्यकाल में लगभग 16000 करोड बाजारू कर्ज 8-9 फ़ीसदी ब्याज की दर पर लिया गया हो, उससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है ! त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल 2017 -18 में 6660 करोड वर्ष 2018 -19 में 6550 करोड तथा माह जुलाई 2019 तक 1000 करोड़ तथा उसके पश्चात लगभग 1500 -1700 करोड बाजारू कर्ज लिया गया है |
नेगी ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि उक्त कर्ज विकास कार्यों के लिए न लेकर सिर्फ विधायकों/ मंत्रियों के वेतन -भत्ते, ऐशो-आराम, कर्मचारियों के वेतन, पेंशन ,कर्ज का ब्याज चुकाने व अन्य अयोजनागत मद में लिए गए हैं | त्रिवेंद्र राज में प्रदेश कर्ज का ब्याज चुकाने की स्थिति में भी नहीं है, ऐसी स्थिति में देश का सर्वश्रेष्ठ सीएम अवार्ड दिया जाना (प्रस्तावित) प्रदेश की जनता से बहुत बड़ा धोखा है |