बुधवार, 26 फ़रवरी 2020

जीओ के माध्यम से होंगे देवभूमि के धार्मिक स्थलों के दर्शन

जीओ के माध्यम से होंगे देवभूमि के धार्मिक स्थलों के दर्शन



- चारधाम के डिजीटल दर्शन कर सकेंगे श्रद्वालु
- प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों से आरती का होगा लाईव प्रसारण
- जिओ उपलब्ध करवाएगा डिजीटल प्लेटपफार्म
संवाददाता
देहरादून। जल्द ही दुनियाभर के श्रद्वालु जो देवभूमि नहीं आ पाते हैं, यहां के चारधाम सहित अन्य प्रमुख मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आनलाईन दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए जिओ एक डिजीटल प्लेटफार्म तैयार करेगा। श्री केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सहित अन्य धार्मिक स्थलों का दर्शन किया जा सकेगा। यह जानकारी प्रदेश सरकार द्वारा एक विज्ञप्ति के जरिए दी गयी है। 
विज्ञप्ति के मुताबिक उत्तराखण्ड में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्वालु आते हैं। इनके अलावा लाखों लोग ऐसे भी हैं जो कि पूरी श्रद्वा होने पर भी किन्हीं कारणों से नही आ पाते हैं। ऐसे लोग भी चारधाम सहित देवभूमि में स्थित अन्य मंदिरों के दर्शन लाभ कर सकें, इसके लिए प्रदेश सरकार जिओ के सहयोग से आनलाईन व्यवस्था करने जा रही है। जिओ डिजीटल प्लेटफार्म तैयार कर प्रदेश सरकार को उपलब्ध करवाएगा।
गौरतलब है कि इन्वेस्टर्स समिट से पहले अगस्त 2018 में मुम्बई में आयोजित रोड़ शो के दौरान मुकेश अम्बानी ने मुख्यमंत्री से भेंट कर डिजीटल उत्तराखण्ड के लिए नेट कनेक्टीवीटी में सहयोग का प्रस्ताव दिया था। इसी क्रम में जिओ ने पफाईबर कनेक्टीवीटी पर काम किया। लगभग 89 प्रतिशत काम किया जा चुका है।
राज्य सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बाद पिछले वर्ष रिकार्ड संख्या में श्रद्वालु चारधाम और हेमकुण्ड साहिब आए थे। आल वेदर रोड़ और ़ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन परियोजना बनने के बाद एक करोड़ श्रद्वालुओं के आने का अनुमान है। इतने बड़े स्तर पर व्यवस्थाएं करने के लिए चारधाम देवस्थानम बोर्ड बनाया गया है। चारधाम देवस्थानम बोर्ड के बाद डिजीटल प्लेटफार्म पर चारधाम के दर्शन लाभ की उपलब्धता, उत्तराखंड की आध्यात्मिकता को देश विदेश के श्रद्वालुओं तक पहुंचाने में बहुत बड़ी पहल होगी।


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