नागरिकता व एनआरसी कानून की जानकारी
प्रतिष्ठित लेखक नदीम उद्दीन एडवोकेट की 44वीं पुस्तक इलैक्ट्रानिक फार्म में निःशुल्क उपलब्ध
संवाददाता
काशीपुर। नागरिकता कानून, सीएए तथा एनआरसी के सम्बंध में विभिन्न पक्ष तथा विरोधी विभिन्न दावों के बीच प्रतिष्ठित लेखक व अधिवक्ता नदीम उद्दीन द्वारा लिखित पुस्तक नागरिकता व एनआरसी का परिचय पुस्तक प्रकाशित हुयी है। सीएए 2019 से संशोधित नागरिकता कानून तथा मौजूदा एनआरसी कानूनों की सरल जानकारी राष्ट्रंभाषा हिन्दी में देने वाली यह पुस्तक इलैक्ट्रानिक फार्म में निशुल्क उपलब्ध है।
44 कानूनी व जागरूकता पुस्तकों के लेखक तथा अनुभवी अधिवक्ता नदीम उद्दीन एडवाकेट ने अपनी 44वीं कानूनी व जन जागरूकता पुुस्तक ‘नागरिकता कानून व एनआरसी का परिचय’ पुस्तक इलैक्ट्रानिक फार्म में निशुल्क उपलब्ध होने की जानकारी देते हुये बताया कि यह पुस्तक रीड व्हीयर वेबसाइट पर निशुल्क उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों को सर्च करने पर पुस्तक न मिले तो वह फेसबुक या व्हाट्सएप्प के माध्यम से भी इसका लिंक प्राप्त कर सकते है। फेसबुक के सूचना अधिकार कानून, लीगल अवेयरनैस बुक्स, युग निर्माता पब्लिकेशन तथा खबरनामा युग निर्माता पेजों पर भी इसके लिंक उपलब्ध करा दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त व्हाट्स एप्प नम्बर 09411547747 पर मैसेज करके भी इस पुस्तक का इंटरनैट लिंक प्राप्त किया जा सकता है।
नदीम द्वारा लिखित 10 अध्यायों व एक परिशिष्ट वाली इस पुस्तक में सीएए 2019 द्वारा संशोधित नागरिेकता अधिनियम का पूरा पाठ तो दिया ही गया है, साथ ही भारतीय नागरिकता, नागरिकता सम्बन्धी संवैधानिक प्रावधान, नागरिकता प्राप्त करने सम्बन्धी प्रावधान, नागरिकता सम्बंधी अन्य प्रावधान तथा भारतीय नागरिकता रजिस्टर 1/4 एनआरसी 1/2 संबंधी प्रावधान की जानकारी सरल हिन्दी भाषा में दी गयी है। इस पुस्तक में एनआरसी बनाने पर जिन कागसों व दस्तावेजों से नागरिकता साबित की जा सकती है उन संभावित दस्तावेजों की भी जानकारी दी गयी है।
नदीम के अनुसार यह पुस्तक सीएए व एनआरसी के समर्थकों तथा विरोधियों के तर्कों की वास्तविकता समझने, नागरिकता साबित करने के लिये अनावश्यक रूप से पुराने दस्तावेज इकटठे करने की असुविधा से आम लोगों को बचाने व नागरिकता कानून की पूरी सरल जानकारी देने में सहायक होगी।
बता दें कि नदीम की इससे पूर्व सूूचना अधिकार, फौजदारी, उपभोक्ता, आयकर, वैैट, जीएसटी, विवाह सहित विभिन्न विषयों पर 43 जागरूकता पुुस्तकेे प्रकाशित हो चुुकी है।