कोरोना से जंग को सेना तैयार
सेनाध्यक्ष बोले- हमारे पास रेडी है छह घंटे का प्लान
एजेंसी
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संकट के बीच सेना ने कमर कस ली है। सेना प्रमुख का कहना है कि अगर जरूरत पड़ती है तो सेना कोई भी कदम लेने को तैयार है, इसके अलावा मेडिकल फील्ड में मदद के लिए भी सेना तैयार है।
देश पर आए कोरोना वायरस के महासंकट से निपटने के लिए हर कोई अपनी ओर से कोशिश कर रहा है। केंद्र से लेकर राज्य सरकारें सख्त फैसले ले रही हैं, तो वहीं सेना भी हर चुनौती से निपटने को पूरी तरह से तैयार है। सेना प्रमुख एमएम नरवणे का कहना है कि अगर जरूरत पड़ती है तो सेना किसी भी कदम को उठाने के लिए तैयार है। आर्मी के पास एक 6 घंटे का प्लान तैयार है, जिसके तहत तुरंत ही आइसोलेशन सेंटर और आईसीयू को तैयार किया जा सकता है।
एक अखबार को दिए गए एक इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कोरोना वायरस की चुनौतियों पर चर्चा की। सेना प्रमुख नरवणे के मुताबिक इस संकट की घड़ी में भी सेना अपना काम कर रही है और सभी ऑपरेशनल टास्क इस वक्त जारी हैं। अभी तक कई देशों ने इस संकट से निपटने के लिए सेना की मदद ली है, इसपर आर्मी चीफ ने कहा कि सेना देश के लोगों के लिए है, अगर जरूरत पड़ती है और सरकार कहती है तो सेना पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में मेडिकल सर्विस की जरूरत आगे बढ़ सकती है। सेना के सभी जवानों को कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दी गई है और जरूरी कदम उठाने को कहा गया है, ताकि किसी को कोई परेशानी ना होगा।
सेना प्रमुख एमएम नरवाणे ने बताया कि सेना अलग-अलग स्तर पर कोरोना से निपटने की तैयारी कर रही है। इसमें सर्विलांस और आइसोलेशन की प्रोडक्टविटी को बढ़ाना, अलग-अलग बेस पर मौजूद सेना के अस्पतालों में 45 बेड का एक आइसोलेशन वार्ड तैयार करना और इसके साथ ही 10 बेड का एक आईसीयू वार्ड भी तैयार करना। ये सुविधा बस 6 घंटे के नोटिस पर तैयार की जा सकती है।
सेना प्रमुख ने माना कि अभी ये कहना काफी मुश्किल है कि आगे किस तरह के हालात बनते हैं, लेकिन सेना और देश किसी भी तरह की चुनौती से निपटने को तैयार है। इसको लेकर पिछले 2-3 महीने में सेना में अलग-अलग स्तर पर ट्रेनिंग भी दी जा रही है। वह रोजाना इसका रिव्यू भी कर रहे हैं। सेना प्रमुख एमएम नरवाणे ने माना कि भारत में अगले हफ्ते काफी अहम हैं।