डीटीएच ऑपरेटर बदलने पर सेट-टॉप-बॉक्स बदलना जरूरी नहीं!
मौजूदा समय में ग्राहकों को डीटीएच ऑपरेटर बदलने पर सेट-टॉप बॉक्स भी बदलना होता है। अगर ट्राई की इस सिफारिश को मान लिया गया तो ग्राहकों को सेट-टॉप बॉक्स खरीदने की जरूरत नहीं होगी।
एजेंसी
नई दिल्ली। डीटीएच ऑपरेटर बदलने पर ग्राहकों को जल्द ही सेट-टॉप बॉक्स बदलने से छुटकारा मिल सकता है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से सिफारिश की है कि डीटीएच प्रोवाइडर्स के लिए ऐसे सेट-टॉप बॉक्स अनिवार्य किए जाए जो सभी डीटीएच ऑपरेटर्स के कनेक्शन के साथ संचालित किए जा सकें। ये ठीक वैसा ही है जैसा मोबाइल नंबर बदले बिना टेलिकॉम ऑपरेटर्स को बदला जा सकता है। यह बिलकुल मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की तरह ही होगा।
मौजूदा समय में ग्राहकों को डीटीएच ऑपरेटर बदलने पर सेट-टॉप बॉक्स भी बदलना होता है। अगर ट्राई की इस सिफारिश को मान लिया गया तो ग्राहकों को सेट-टॉप बॉक्स खरदीने की जरूरत नहीं होगी। इसका एक फायदा यह भी होगा कि ग्राहक पसंदीदा सेवा प्रोवाइडर को चुन सकेंगे। इसके साथ ई-कचरे में भी कमी देखने को मिलेगी।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा कि सेट-टॉप-बॉक्स बदले बिना ऑपरेटर बदलने की छूट नहीं होने से उपभोक्ताओं की पसंदीदा सेवा प्रदाता चुनने की स्वतंत्रता का हनन होता है। वहीं ट्राई ने सभी टेलीविजन सेट के लिये एक समान यूएसबी पोर्ट इंटरफेस को भी अनिवार्य करने की वकालत की।
फिलहाल सर्विस प्रोवाइडर एक सेट-टॉप बॉक्स के लिए 1700 से 2000 रुपए तक ग्राहक से लेते हैं। यह पैसा नॉन रिफंडेबल होता है जिसके कारण ग्राहक अपने सर्विस प्रोवाइडर को बदलने के बारे में सोचते भी नहीं है लेकिन अब ग्राहकों को केवल एक कार्ड बदलने की जरुरत पड़ेगी और उनका वहीं सेट-टॉप बॉक्स रहेगा। इसके लिए उन्हें अतिरिक्त पैसा भी नहीं देना होगा।