पश्चिमी नौसेना कमान में पराबैंगनी रोगाणुनाशन सुविधाएं विकसित
एजेंसी
मुंबई। हम आंशिक रूप से और अंततः पूर्ण रूप से लॉाडाउन को समाप्त होते हुए देख रहे हैं, पहले से ही इन बातों के लिए प्रश्न पुछे जा रहे हैं कि नया सामान्यतया क्या होने जा रहा है, विशेष रूप से बड़े उत्पादन संगठनों के लिए जैसे डाकयार्ड और अन्य नौसैनिक प्रतिष्ठान, जहां पर लाकडाउन की समाप्ति के बाद बड़ी संख्या में श्रमिक पिफर से काम करना शुरू करेंगे और इनकी संख्या में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। इसके कारण श्रमिकों के कवरआल, उपकरण, व्यक्तिगत गैजेट्स और मास्क के लिए सैनिटाइजेशन की सुविधा की बहुत सख्त जरूरत महसूस की जा रही थी।
नौसेना डाकयार्ड ;मुंबईद्ध ने इस विकसित हो रही जरूरतों को पूरा करने के लिए यूवी सैनिटाइजेशन खाड़ी का निर्माण किया है। यूवी खाड़ी का उपयोग, कोरोनावायरस के पफैलाव को नियंत्रित करने के लिए उपकरणों, कपड़ों और अन्य विविध वस्तुओं को कीटाणुरहित करने के लिए किया जाएगा। इस चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए यूवी-सी प्रकाश के लिए एल्यूमीनियम शीट विद्युत व्यवस्था का निर्माण करके, एक बड़े सामान्य कमरे को एक यूवी खाड़ी में परिवर्तित करने की आवश्यकता थी।
यह सुविधा जीवाणुरोधी विकिरण के लिए यूवी-सी प्रकाश स्रोत का उपयोग वस्तुओं को जीवाणुरहित करने के लिए कर रही है। प्रतिष्ठित अनुसंधान एजेंसियों द्वारा किए गए अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि श्वसन रोगजनकों जैसे सार्स, इन्फ्रलुएंजा आदि पर यूवी-सी प्रभावकारी होता है। यह देखा गया है कि माइक्रोबियल रोगजनकों की संख्या बहुत हद तक कम हो जाती है जब वे 1 मिनट या उससे ज्यादा समय के लिए 1 जे/सेमी 2 की तीव्रता वाले यूवी-सी के संपर्क में आते हैं, जिससे प्रभावी रोगाणुनाशन का संकेत मिलता है।
इसी प्रकार की सुविधा को नौसेना स्टेशन ;करंजाद्ध में भी स्थापित किया गया है, जहां यूवी-सी के अलावा एक औद्योगिक ओवन भी स्थापित किया गया है, जो छोटे आकार के सामानों के लिए 60 डिग्री सेल्सियस तक तापमान उत्पन्न करता है, जो तापमान अधिकांश रोगाणुओं को मारने के लिए जाना जाता है। इस सुविधा को प्रवेश/निकास बिंदुओं पर रखी गई है जहां पर यह कोविड-19 के संचरण में कमी लाने में मदद करेगा।