भारती फाउंडेशन द्वारा ग्रामीण छात्रों के लिए पाठ्य सामग्री की शुरुआत
- भारती फाउंडेशन क्वालिटी सपोर्ट प्रोग्राम के अंतर्गत अपने ग्रामीण सत्य भारती स्कूलों के साथ-साथ सहभागी सरकारी स्कूलों में भी टिकटेकर्लन पाठ्य सामग्री पहुंचायेगा
- 16 राज्यों और संघशासित प्रदेशों में 2,70,000 से अधिक छात्र हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्राीय भाषाओं में 8,000 से अधिक शैक्षिक वीडियो से लाभान्वित होंगे
- ग्रामीण क्षेत्रों में कक्षा 1-10 के छात्रों को कक्षा-वार शैक्षिक पाठ्य सामग्री तक पहुंच हासिल होगी, जो क्षेत्राीय भाषाओं में एनसीईआरटी पाठ्यचर्या के साथ सुमेलित
संवाददाता
देहरादून। भारती एंटरप्राइजिस की लोकोपकारी संस्था भारती फाउंडेशन ने सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन (सीएसएफ) के साथ सहभागिता में टिकटेकर्लन पाठ्य सामग्री की शुरुआत की है। यह गणित और विज्ञान के विद्या प्राप्ति वीडियो का भंडार है और इसे छात्रों के लिए हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में विशेष रूप से डिजाइन और संग्रहीत किया गया है। यह पहल छात्रों को वीडियो आधारित विद्या प्राप्ति संसाधन उपलब्ध कराएगी, जिन्हें घर से या स्कूल के बाहर से एक्सेस किया जा सकता है।
सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन और गुगलडॉट ओआरजी द्वारा तैयार किए गए विद्या प्राप्ति वीडियो के आसानी-से-एक्सेस किए जा सकने वाले इस भंडार से पूरे भारत में सत्य भारती स्कूलों के ग्रामीण छात्रों के साथ-साथ सत्य भारती क्वालिटी सपोर्ट प्रोग्राम के अंतर्गत सरकारी स्कूलों के छात्र लाभान्वित होंगे।
भारती फाउंडेशन की सीईओ सुश्री ममता सैकिया का कहना था कि हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि अभिनव शिक्षण-विद्याप्राप्ति पद्वतियों के माध्यम से ग्रामीण बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा तक पहुंच उपलब्ध कराई जाए। प्रौद्योगिकी और मोबाइल पफोन ने खासतौर पर जब कोविड-19 के कारण स्कूल बंद हैं, यह सुनिश्चित करने में हमारी मदद की है कि ग्रामीण छात्र घर पर रहते हुए पढ़ाई-लिखाई में लगे रहें।
टिकटेकर्लन उत्कृष्ट डिजिटल विद्या प्राप्ति संसाधनों का एक भंडार है, जिसका उद्देश्य आनलाइन विद्या प्राप्ति के तीन महत्वपूर्ण पहलुओं उत्कृष्ट पाठ्य सामग्री, प्रणबद्वता और पहुंच का समाधान करना है। ये वीडियो यूट्यूब के साथ-साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा शिक्षण-विद्या प्राप्ति और शिक्षक विकास के संसाधनों के भंडार के रूप में परिकल्पित राष्ट्रीय शिक्षक प्लेटफार्म -दिक्षा पर उपलब्ध हैं।
भारती फाउंडेशन ग्रामीण स्कूलों में अध्यापन और विद्या प्राप्ति की गुणवत्ता को प्रोत्साहन देने और संवर्धन करने तथा उन्हें विद्या प्राप्ति उत्कृष्टता संस्थानों के रूप में विकसित करने के लिए विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है। इस समय यह फाउंडेशन ग्रामीण भारत के लिए अपने शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 1,000 स्कूलों में, जिनमें सरकारी स्कूल और सत्य भारती स्कूल शामिल हैं, 2,70,000 से अधिक छात्रों तक पहुंची हुई है।