मुठभेड़ की सच्चाई सामने आई!
चीनी रेडियो ने फिर परोसा झूठ का पुलिंदा
प0नि0ब्यूरो
देहरादून। चीन के प्रोपगंड़े को आगे बढ़ते हुए रेडियो चाइना ने कहा कि मुठभेड़ की सच्चाई सामने आई है। उसका कहना है कि चीन और भारत के बीच सीमा क्षेत्रा में मुठभेड़ हुई, जिसमें कई सैनिक हताहत हुए। भारत में चीन के खिलाफ कार्रवाई सक्रिय हो रही है, वहीं चीन संयम से काम ले रहा है।
रेडियो चाइना ने लिखा है कि अब मुठभेड़ की सच्चाई सामने आ गई है। चीनी विदेश मंत्राी वांग यी और भारतीय विदेश मंत्राी एस0 जयशंकर ने फोन पर वार्ता की। वांग यी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह मुठभेड़ भारत द्वारा की गई उत्तेजना से हुई। चीन इसका दृढ़ विरोध करता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में मुठभेड़ की पूरी प्रक्रिया बताई। चीन की बात को भारतीय प्रधानमंत्राी नरेंद्र मोदी ने अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार किया।
वह आगे लिखता है कि 19 जून को आयोजित राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस में मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि चीनी सैनिकों ने भारत की भूमि में प्रवेश नहीं किया। भारत की कोई चौकी और उपकरण नहीं हटाया गया। इस तरह प्रतीत होता कि मोदी भी इस बात को स्वीकार करते हैं। उधर मुठभेड़ होने के बाद चीन ने चीनी सैनिकों के हताहत होने की संख्या जारी नहीं की। इसके पीछे उसने चीन का उद्देश्य मुठभेड़ को शांत बनाना कहा। उसने दावा किया कि लेकिन भारत और दुनिया में बहुत लोगों ने मुठभेड़ की जिम्मेदारी चीन पर लादी, जिससे भारत में चीन और चीनी उत्पादों के खिलापफ कार्रवाई सक्रिय बनी है। मोदी के स्पष्टीकरण से अब मुठभेड़ की सच्चाई सामने आ चुकी है।
रेडियो चीन ने उपदेश देते हुए लिखा कि चीन और भारत दुनिया में दो सबसे बड़े विकासशील देश हैं। दोनों देशों के संबंधों में विकास की बड़ी संभावना है। सीमा विवाद का वार्ता के जरिए समाधान किया जा सकता है। सहयोग हमारे दोनों देशों के लिए लाभदायक है। हमें विवाद पर नियंत्राण कर सहयोग करना चाहिए। चीन और भारत एक साथ विकास करते हैं, तो दुनिया के लिए बड़ा योगदान होगा।