फर्जीवाड़ा कर करोड़ों का टेंडर हथियाने की जांच को मोर्चा की शासन में दस्तक
- यूजेवीएनएल के अनुभव प्रमाण पत्र को कूट रचित तरीके से यूआरआरडीए में किया इस्तेमाल
- वर्ष 2016 में 4.11 करोड़ के टेंडर हथियाने का है मामला
- सिफारिश विहीन व ईमानदार ठेकेदारों का शोषण नहीं होने देगा मोर्चा
- मोर्चा ने मामले की उच्च स्तरीय जांच को लेकर मुख्य सचिव से की मुलाकात
संवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने कहा कि वर्ष 2016 में डाकपत्थर, देहरादून के ठेकेदार पराग जैन द्वारा यूजेवीएनएल के अधिशासी अभियंता द्वारा दिनांक 22/06/16 को जारी अनुभव प्रमाण पत्र को कूटरचित तरीके से यानी प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर कार्य के नाम के कॉलम रिपेयर ऑफ डैमेज्ड लाइनिंग (पेनल) की जगह सड़क निर्माण कार्य का अनुभव दर्शाकर उत्तराखंड ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण (यूआरआरडीए) में वर्ष 2016 में 4.11 करोड़ रुपए का ठेका हासिल कर लिया
उक्त जालसाज ठेकेदार द्वारा नेचर ऑफ स्कोप एंड वर्क में 7 कार्य बिंदुओं को 9 में परिवर्तित कर दिया गया था। उक्त मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से मुलाकात की तथा मुख्य सचिव ने कार्यवाही के निर्देश दिए।
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में ईमानदारी से काम करने वाले ठेकेदार दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं तथा जालसाज व सेटिंगबाज ठेकेदार रातों-रात करोड़पति बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोर्चा ईमानदार ठेकेदारों का शोषण नहीं होने देगा तथा भ्रष्टों को बर्बाद करके ही दम लेगा।