अवर अभियंता संवर्ग से जुड़ी समस्याओं के समाधान की मांग
उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने ऊर्जा निगमों के प्रबंधन से की मांग
संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने ऊर्जा निगमों के प्रबंधन से अवर अभियंता संवर्ग से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान किये जाने की मांग की है। केन्द्रीय महासचिव के पत्र संख्या- 3268/उ0पा0जू0ई0ए0/दिनांक- 16/10/20 के माध्यम से तीनों प्रबन्ध निदेशकों को अवर अभियंता संवर्ग की विभिन्न न्यायोचित मांगों के सम्बंध में विस्तार से अवगत कराया गया है।
यूपीजेई एसोसिएशन के केंद्रीय महासचिव ने बताया कि पत्र में उनकी मुख्य मांगों में अवर अभियंताओं को 01/01/06 से ग्रेड वेतन 4800 दिया जाना, अवर अभियंता से सहायक अभियंता पद पर प्रोन्नति कोटा 58.33 प्रतिशत किया जाना, अवर अभियंताओं को 9/14/19 वर्ष की सेवा पर समय व वेतनमान/ए0सी0पी0 की पूर्व व्यवस्था बहाल किया जाना, 30 सितम्बर 2005 तक सेवा में आये कार्मिकों को पुरानी पेंशन एवं जीपीएफ प्रदान किया जाना, नयी नियमावली को न्यायसंगत, विधि संगत एवं निष्पक्ष बनाया जाना आदि शामिल हैं।
यूपीजेईए के केन्द्रीय महासचिव जे0सी0 पंत ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा निर्णय लिया गया है कि अवर अभियन्ता संवर्ग से जुड़ी विभिन्न मांगों पर निगम प्रबन्धन, उत्तराखंड सरकार एवं उत्तराखंड शासन का ध्यान निम्न कार्यक्रमों के माध्यम से आकर्षित किया जाएगा।
इसके तहत 20/10/20 को समस्त जनपदों/मण्डलों से तीनों प्रबंध निदेशकों को फैक्स/ई मेल/स्पीड पोस्ट के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया जायेगा। 27/10/20 को यूपीजेईए की प्रान्तीय शाखा द्वारा मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, सचिव ऊर्जा एवं तीनों प्रबंध निदेशकों को फैक्स/ई मेल/स्पीड पोस्ट के माध्यम से ज्ञापन भेजा जायेगा। ।
06/11/20 को केन्द्रीय कार्यकारणी द्वारा मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, सचिव ऊर्जा एवं तीनों प्रबन्ध निदेशकों को फैक्स/ई मेल एवं स्पीड पोस्ट के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया जायेगा। 20/10/20 से 18/11/20 तक समस्त सदस्य अपनी समस्या के समाधान हेतु समाधान पोर्टल के माध्यम से प्रार्थना पत्र देंगे। 19/11/20 को यूपीजेईए की प्रान्तीय एवं केन्द्रीय कार्यकारणी के द्विवार्षिक चुनाव के पश्चात अगले चरण के आंदोलन की घोषणा।
यूपीजेईए के केन्द्रीय अध्यक्ष जी0एन0 कोठियाल ने कहा केंद्रीय महासचिव द्वारा पत्र में शामिल सभी मांगें न्यायोचित हैं। एसोसिएशन लम्बे समय से अवर अभियन्ता संवर्ग के सदस्यों के हित में इन मांगों के लिये संघर्षरत रहा है। उन्होंने द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही किये जाने की मांग की।