पेटीएम ने व्यापारिक लेन-देन पर सभी शुल्कों को माफ करने की घोषणा
पेटीएम के मर्चेंट पार्टनर्स मुफ्रत में कर सकते हैं पेटीएम वालेट, यूपीआई एप्स और रूपे कार्ड्स से पेमेंट स्वीकार
संवाददाता
देहरादून। भारत की अग्रणी डिजिटल फाइनेंसियल सर्विसेज प्लेटफार्म पेटीएम ने व्यापारिक लेन-देन पर सभी शुल्कों को माफ करने की घोषणा की है। महामारी के दौरान एमएसएमई को सपोर्ट करने के लिए पेटीएम, बैंकों एवं अन्य शुल्कों द्वारा वार्षिक मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) में 600 करोड़ रुपये को खर्च वहन करेगा।
इस पहल से पेटीएम इकोसिस्टम पर 17 मिलियन से अधिक व्यापारियों को पफायदा होगा, जो अपने ग्राहकों से भुगतान स्वीकार करने के लिए पेटीएम आल-इन-वन क्यूआर, पेटीएम साउंडबाक्स और पेटीएम आल-इन-वन एंड्राइड पीओएस का उपयोग करते हैं। व्यापारियों को यह चुनने की भी सुविधा होगी कि वे भुगतान को सीधे अपने बैंक खातों में जमा करा सकते हैं या सीधे अपने पेटीएम वालेट में भुगतान राशि प्राप्त कर सकते हैं।
पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट कुमार आदित्य ने कहा कि हम अपने मर्चेन्ट पार्टनर्स को समर्थन देने और उनके कारोबार का विस्तार करने हेतु उनकी नगदी को बढ़ाने के लिए मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) का खर्च खुद वहन करेंगे। हमें विश्वास है कि इन शुल्कों को माफ करने से सभी एमएसएमई को पेटीएम आल-इन-वन क्यूआर, पेटीएम साउंडबाक्स और पेटीएम आल-इन-वन एंड्राइड पीओएस डिवाइसों से सीधे अपने बैंक खातों में भुगतान एकत्र करने में फायदा मिलेगा।
पेटीएम एमएसएमई को वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रहा है और 2021 तक लोन में 1000 करोड़ रुपए चुकाने का लक्ष्य भी रखा है। कंपनी ‘मर्चेंट लेंडिग प्रोग्राम’ के तहत पेटीएम फार बिजनेस ऐप पर कस्टमर्स को कोलेटरल-प्रफी लोन प्रदान कर रही है। कर्ज के लिए कौन योग्य है और कौन नहीं इसका फैसला पेटीएम ऐप के एल्गोरिद्म के आधार पर किया जाता है। ये पैटर्न दैनिक लेनदेन के आधार पर व्यापारी की क्रेडिट-योग्यता को निर्धारित करता है और पूर्व-योग्य ़ऋण की पेशकश करता है। इसने ऋण आवेदन से लेकर अप्रूवल तक की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया है। साथ ही एनबीएफसी और बैंकों के साथ साझेदारी में बिना किसी अतिरिक्त डाक्युमेंट्स के लोन प्रदान कर रही है।