इस मौसम में खुद को गर्म रखकर ठंड़ लगने एवं बीमार पड़ने से बचा जा सकता है
सर्दियों के मौसम में बीमारियों से बचाव
प0नि0डेस्क
देहरादून। सर्दियों का मौसम दस्तक दे चुका है। सुबह और रात के वक्त अब कापफी ठंड महसूस होने लगी हैं। हालांकि यह मौसम खाने-पीने, छुट्टियों और आनंद के लिए जाना जाता है, लेकिन इस मौसम में बीमार पड़ने का खतरा भी बरकरार रहता है। बावजूद इसके इस मौसम में खुद को गर्म रखकर बीमार पड़ने से बचा जा सकता है।
सर्दियों के मौसम में अस्थमा और जोड़ों को दर्द के पीड़ितों की मुश्किलें और भी बढ़ जाती हैं। इस मौसम में वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों पर विशेष ध्यान देना होता है। इस दौरान काढ़ा, तुलसी और हल्दी युक्त दूध बहुत कारगर उपाय हैं, जो सर्दियों में हमें पड़ने से बचा सकते हैं। सर्दी में अक्सर होने वाली कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिनसे कुछ उपाय करके बचा जा सकता है।
कब्जः सर्दियों के मौसम में कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। तापमान कम होने की वजह से पाचन तंत्र धीमे काम करता है। इससे बचने के लिए इस मौसम में पानी खूब पीना चाहिए। खाना खाने के बाद जीरा पाउडर खायें। यह शरीर को गर्म रखेगा, जिससे पाचन क्रिया ठीक रहेगी।
सर्दियों के मौसम में ज्यादा ठंडा खाने से बचना चाहिए और खाने के बाद वाक जरूर करनी चाहिए। शरीर को गर्म बनाए रखने के लिए काली मिर्च और लौंग भी लेते रहें।
माइग्रेनः कई लोगों को ठंडी हवा और ठंड के कारण सिरदर्द होता है, जो आसानी से कम नहीं होता। ऐसा होने पर दूध में जायफल घिसकर माथे पर इसका लेप करें। इससे सिरदर्द से आराम मिलेगा।
सर्दियों में जुकाम बहुत आम है, ऐसे में माइग्रेन के पीड़ितों की दिक्कतें इस मौसम में और भी बढ़ जाती हैं। इससे बचने के लिए काढ़ा और डाक्टर की सलाह पर एंटी एलर्जिक दवाएं लेते रहें।
ड्राई स्किनः सर्दी में त्वचा के साथ-साथ होंठों का फटना आम बात है। फटे होंठों पर कोकम का तेल लगाने से फायदा होता है। इससे होंठों की त्वचा नर्म और मुलायम हो जाती है।
सर्द मौसम में एड़िया फटने की समस्या भी बहुत होती है, जिसे बिवाइयां फटना कहते हैं। ऐसा होने पर एड़ियों पर प्याज का पेस्ट या फिर मोम लगाने से आराम मिलेगा।
खांसी और बलगमः सर्दियों में आमतौर पर छाती में बलगम जमा हो जाता है और ऐसा होने पर परेशानी होती है। इसके लिए अंजीर का सेवन करें। इससे बलगम निकलेगा और खांसी से राहत मिलेगी। शरीर को गर्म रखकर भी ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके लिए हल्दी युक्त गर्म दूध भी ले सकते हैं।
बुखारः सर्दी लग जाने पर बुखार आना भी आम है। इससे बचने के लिए दिन में तीन बार अजवाइन के चूर्ण लेना फायदेमंद होता है। तुलसी युक्त काढ़ा भी इसके रोकथाम में बहुत कारगर है।
वायरलः वायरल यानी खांसी, जुकाम, बुखार एक साथ होने पर पुदीने के पत्तों की चाय बनाकर पीने से आराम मिलता है। इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है कि अपने आप को सुरक्षित रखें।
सर्दियों में अस्थमा के पीड़ित ज्यादा सावधानियां बरतेंः कफ अधिक जमा हो जाने से अस्थमा पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। अजवायन के साथ छोटी पीपर और पोस्तदाना का काढ़ा बनाकर पीने से तुरंत आराम मिलता है। अदरक और सूखे अदरक भी अस्थमा के पीड़ितों के लिए बहुत कारगर है। खाने और चाय में अदरक का इस्तेमाल करें। सूखे अदरक को शहद के साथ लें।
जोड़ों का दर्दः सर्दियों के मौसम में अक्सर जोड़ों के दर्द की शिकायत रहती है। इससे बचने के लिए सरसों के तेल में 3-4 लहसुन की कली डालकर पका लें और ठंडा होने पर इससे मालिश करें। इस तेल की मालिश से जोड़ों के दर्द में आराम