कोरोना वायरस लड़ाई में मास्क पहनने का प्रोत्साहन अभियान
घड़ी डिटर्जेंट ने अपनी तरह का पहला बचाव में ही समझदारी है जागरूकता अभियान शुरू किया
संवाददाता
देहरादून। कोविड-19 महामारी के दौरान सेहत और सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिटर्जेंट पाउडर ‘घड़ी’ के निर्माता एवं विपणनकर्ता आरएसपीएल ग्रुप ने अपना नया अभियान बचाव में ही समझदारी है शुरू किया। घड़ी अपनी पैकेजिंग के माध्यम से ऐसी जागरूकता पैदा करने वाली पहली कंपनी है।
पैकेजिंग के माध्यम से देश की अपनी तरह की पहली जागरूकता पहल का लक्ष्य 10 करोड़ भारतीय घरों तक पहुंचना है। उन्हें हमेशा फेस मास्क पहनने का याद दिलाई जाएगी ताकि वे अधिक जिम्मेदार बनें और सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध रहें।
जागरूकता की इस पहल को घड़ी डिटर्जेंट के पैकेट पर दिखाया जाएगा जिसमें वास्तविक लोगो को एक प्रिंटेड मास्क के साथ कवर किया गया है। पैक पर संदेश के अलावा घड़ी डिटर्जेंट वितरण चैनलों के एक विशाल नेटवर्क को भी सक्रिय कर रहा है साथ ही अपने खुदरा भागीदारों को इस संदेश को फैलाने के लिए इस बड़े अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहा है।
घड़ी ने एक वीडियो के जरिए भी इस पहल को आगे बढ़ाया है जिसमें एक दुकान में एक बेटी अपने पिता को यह एहसास दिलाती है कि देखभाल के प्रति अपनी जागरूकता प्रदर्शित करने का सबसे अच्छा तरीका है मास्क पहनना, जैसा कि घड़ी के पैक पर दिखाया गया है। फिल्म में फेस मास्क को नियमित रूप से धोने के महत्व को भी दिखाया गया है।
इस अवसर पर आरएसपीएल ग्रुप के ज्वाइंट मैनेजिंग डाइरेक्टर राहुल ज्ञानचंदानी ने कहा कि हममें से हरेक के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है। इस कठिन दौर मे हमें एक साथ रहने और इस चुनौती से मिलकर लड़ने की जरूरत है। हम सभी को अपने करीबियों और प्रियजनों का ध्यान रखना चाहिए और समाज के लिए अपना योगदान देना चाहिए। इस पहेल के अंतर्गत हम 10 लाख मास्क भी वितरित कर रहे हैं। घड़ी डिटर्जेंट की पूरे भारत में करोड़ों घरों तक पहुंच है और हमने इस महत्वपूर्ण संदेश को फैलाने के लिए काम करने का फैसला किया है।
एडीके फॉर्च्यून केवीपी और ईसीडी नकुल शर्मा के अनुसार हमारे लिए यह पहेल एक संदेश तक सीमित नही थी इसलिए खुद घड़ी को मास्क पहना कर घर घर तक पहुचाना चाहते थे इसलिए हमने घड़ी को मास्क पहना दिया जिससे यह विचार सामान्य जन तक पहुंचे क्योंकि घड़ी पूरे भारत में करोड़ों घरों तक पहुंचता है। इस मास्क संदेश की फिल्म पहले कुछ दिन मे ही 6.5 करोड़ बार देखी जा चुकी है, यह बहुत उत्साहजनक है और इस बात का प्रमाण है कि इस अभियान का लोगों पर भावनात्मक प्रभाव पड़ रहा है और यह बदलाव को गति प्रदान कर रहा है।
अब लिंक का इंतजार कैसा? आप सीधे parvatiyanishant.page पर क्लिक कर खबरों एवं लेखों का आनंद ले सकते है।