डीए फ्रीज होने से रिटायर कर्मचारियों को नुकसान
जनवरी 2020 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों को दोहरा नुकसान
प0नि0ब्यूरो
देहरादून। जनवरी 2020 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है। जहां एक ओर फ्रीज होने से महंगाई भत्ता (डीए) में बढ़ोतरी का लाभ उनको नहीं ही मिल रहा है, वहीं ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश के रूप में भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे कर्मचारियों में निराशा तथा आक्रोष है।
ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश का निर्धारण बेसिक तथा डीए को जोड़कर होता है, ऐसे में डीए फ्रीज करने का असर इस दौरान सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की ग्रेच्युटी और अर्जित अवकाश के रूप में मिलने वाली राशि पर भी पड़ा है। यदि कोई कर्मचारी इस वर्ष जनवरी में रिटायर होता है और बेसिक 50 हजार रुपये भी है तो उसे साढ़े 26 महीने के वेतन पर 11 फीसदी डीए के हिसाब से 1.25 लाख रुपये से अधिक का नुकसान होगा।
जानकार कहते है कि इस दौरान रिटायर होने वालों को बाद में भी इसका भुगतान नहीं होगा। इसे लेकर वित्त मंत्रालय तथा अन्य संबंधित विभागों को पत्र लिखा गया है। जानकारों के मुताबिक डीए जुुलाई से देना सुनिश्चित करने के साथ एरियर का भी प्रावधान बजट में किया जाना चाहिए।
डीए फ्रीज करने से नाराज कर्मचारी और पेंशनर्स बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। डीए फ्रीज करने का आदेश वापस लेने के साथ पुरानी पेंशन बहाली, निजीकरण की प्रक्रिया बंद करने समेत 14 बिंदुओं को लेकर आंदोलन की रणनीति चल रही है।
एक फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट पेश होगा। इसी दिन से आंदोलन की शुरुआत हो सकती है। इस क्रम में कर्मचारियों और पेंशनर्स ने एक फरवरी को अटेंशन डे मनाने की घोषणा की है। राष्ट्रव्यापी आंदोलन में आल इंडिया ऑडिट एंड एकाउंट्स एसोसिएशन, पेंशनर्स एसोसिएशन, कंफेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट इंप्लाइज एंड वर्कर्स तथा नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ पेंशनर्स एसोसिएशन समेत अनेक संगठन शामिल होंगे।
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