सोमवार, 18 जनवरी 2021

गरीब के आशियाने पर लगी भाजपा सरकार की नजरः नवीन पिरशाली।

शिफनकोट से बेघर लोगों के पुनर्वास के लिए आप का संघर्ष

गरीब के आशियाने पर लगी भाजपा सरकार की 

नजरः नवीन पिरशाली



संवाददाता

मसूरी। आम आदमी पार्टी ने शिफनकोट से बेघर किये गये 84 परिवारों के स्थायी पुनर्वास के लिए आंदोलन के संबंध में पार्टी कार्यकर्ताओं और शिफनकोट के लोगों पर प्रशासन द्वारा लगाये गये मुकदमों में नोटिस भेजने के संबंध में शहीद स्थल पर एक प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में आप नेता नवीन पिरशाली ने कहा कि मसूरी के शिफनकोट का मामला किसी से छुपा नही है। यह मुद्दा संचार के विभिन्न माध्यमों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है। 

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के इतिहास की पहली घटना है जब मसूरी के शिफनकोट में कोविड काल में जब छोटे बच्चों की स्कूली परीक्षा चल रही थी, जब इन गरीब लोगों के पास कोविड के चलते कोई आय के साध्न नही थे, ऐसे समय में इन लोगों की जीवन भर की कमाई जो इन्होंने हाथ रिक्शा खींच कर और रिक्शा चलकर कमाई थी, कई पीढ़ी की कमाई से अपना आशियाना बनाया था उस आशियाने पर भाजपा की गरीब व दलित विरोधी सरकार की नजर लग गयी। 

पिरशाली ने कहा कि इस निष्ठुर सरकार ने इन गरीबों को बलपूर्वक हटाकर इनके घर जमीदोज कर दिये और पिछले 5-6 महीनों से इन लोगों को मसूरी की सड़कों पर लावारिस हालात में मरने के लिए छोड़ दिया। इन लोगों ने शासन-प्रशासन के हर स्तर पर अपनी गुहार लगायी लेकिन इन गरीबों की आवाज किसी ने नही सुनी। यहां तक कि मसूरी के भाजपा विधायक और पालिका अध्यक्ष ने भी इनको दुत्कारा और ये गरीब लोग इनकी राजनीति का शिकार बन गये।

उन्होंने कहा कि ऐसी विषम परिस्थितियों में जब सरकार जनहित की सुनवाई नही कर रही थी जनता ने विपक्ष के तौर पर आम आदमी पार्टी से उम्मीद की और शिफनकोट की जनता व आम आदमी पार्टी मसूरी के साथियों ने मिलकर इस आंदोलन को लड़ा। जो पालिका अध्यक्ष बात सुनने को तैयार नही थे उसी पालिका बोर्ड को शिफनकोट के हक में जमीन चिन्हित कर प्रस्ताव पास करके शासन को भेजने के लिये मजबूर किया लेकिन जो भाजपा विधायक बोल रहे थे कि जमीन चिन्हित होने के दूसरे दिन में इन लोगों के लिये घर बनाने का काम शुरू कर दूंगा वो गायब हैं।

लेकिन जनता और आम आदमी पार्टी का अभी भी संघर्ष जारी है, लोकतंत्र में हमारी आवाज़ को दबाने की कोशिश हो रही है हमारे कार्यकर्ताओं और शिफनकोट कि जनता पर बार बार मुकदमें लगाये जा रहे हैं, हमें डराने की कोशिश की जा रही है।

पिरशाली ने कहा कि जनता अब मन बना चुकी है उससे ये निश्चित है कि 2022 में उत्तराखण्ड में आम आदमी पार्टी की सरकार प्रचण्ड बहुमत से आयेगी और हमारी सरकार तमाम जनहित के मुद्दों पर लगाये गये मुकदमों को धारा 321 सीआरपीसी के तहत वापस लेगी। ये संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक शिफनकोट की जनता को न्याय नही मिल जाता।


अब लिंक का इंतजार कैसा? आप सीधे parvatiyanishant-page पर क्लिक कर खबरों एवं लेखों का आनंद ले सकते है।

मालन पुल के मरम्मत का कार्य धीमी गति से होेने पर विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी जतायी

 मालन पुल के मरम्मत का कार्य धीमी गति से होेने पर विधानसभा अध्यक्ष ने नाराजगी जतायी संवाददाता देहरादून। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण न...