बिटकाइन ने तोड़े रिकार्ड
एक बिटकाइन की कीमत 30 हजार डालर पहुंची
एजेंसी
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरंसी बिटकाइन की कीमत ने नया रिकार्ड कायम किया है और एक बिटकाइन की कीमत 30 हजार डालर पार हो गई है। बता दें कि इस सप्ताह बिटकाइन में 6 प्रतिशत की बढ़त हुई जिससे यह 31 हजार डालर के आंकड़ें तक पहुंच गया। बिटकाइन ने बीते दिसंबर में ही 50 फीसद की बढ़त हासिल करके 20 हजार डालर रिकार्ड छुआ था।
ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस कमोडिटी के रणनीतिकार माइक मैकग्लोन से पिछले महीने एक नोट में लिखा था कि आर्थिक मंदी के दौर में बिटकाइन निवेश का बेहतर विकल्प है। जिसके बाद से ही लोगों ने बिटकाइन में निवेश करना और तेज कर दिया।
अनुमान के मुताबिक माना जा रहा है कि देश में इस समय लगभग 50 से 60 लाख बिटकाइन यूजर्स हैं और आने वाले समय में इसकी कीमतों में और उछाल देखने को मिल सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि 2030 तक बिटकाइन की कीमत 1 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। मांग में तेजी रहने से 2021 में बिटकाइन की कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
गौर हो कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लाकचेन तकनीक पर आधारित है। इस करेंसी में कूटलेखन तकनीक का प्रयोग होता है। इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, जिससे इसे हैक करना बहुत मुश्किल है। यही कारण है कि क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम होती है। क्रिप्टोकरेंसी का परिचालन केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र होता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है।
बिटकाइन ट्रेडिंग डिजिटल वालेट के जरिए होती है। बिटकाइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई। दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकाइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है। इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल होने वाली करंसी है। बिटकाइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है। इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है।
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