आनंद मार्ग प्रचारक संघ का वार्षिक धर्म महा सम्मेलन सम्पन्न
संवाददाता
पुरुलिया। आनंद मार्ग प्रचारक संघ का वार्षिक धर्म महा सम्मेलन केन्द्रिय मुख्यालय आनन्द नगर बागलता पुरुलिया पश्चिम बँगाल में सम्पन्न हुआ। जिसमे ऑनलाइन भजन, कीर्तन एवं प्रवचन वरिष्ठ सन्यासी पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्व देवानन्द अवधूत की महा सम्भूति साधना, ध्यान एवं गुरु तत्व विषय पर सारगर्भित व्याख्यान किया गया।
अवधूत ने कहा कि गुरु ही महाकौल, महासंभुति एवं सद्गुरु के रूप में होते है।सद्गुरु के कोई भी आध्यात्मिक दीक्षा गुरु नही होता है। उनमें अन्तर्यामीत्व एवं ईशित्व के गुण होते है। वे स्वयं सद्गुरु एवं परमपिता "बाबा" है। उनकी कृपा मात्र से जीवों की मुक्ति हो जाती है।
इस अवसर पर आनंद मार्ग प्रचारक संघ की विभिन्न सेवामुलक कार्यक्रम दिल्ली सेक्टर के अन्तर्गत विकाश कार्य एवं जन कल्याण के क्षेत्र में रीजनल प्रतियोगिता चंडीगढ़, जयपुर एवं प्रयागराज के मध्य हुई। जिसमें प्रयागराज रीजन सर्व श्रेष्ठ घोषित हुआ। जिसे पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्व देवानंद अवधूत ने मोमेंटो (स्मृति चिन्ह) पारितोषिक रूप में प्रिन्सिपल नैनीताल
डायोसिस सेक्रेटरी आचार्य गणाधीश ब्रह्मचारी, रीजनल सेक्रेटरी, प्रयागराज आचार्य संजीवानन्द अवधूत को दिए। स्मृति चिन्ह आचार्य संजीवानंद अवधूत ने ग्रहण किया। सर्वश्रेष्ठ रेक्टर का स्मृति चिन्ह आचार्य मानव मित्रानंद अवधूत ने पुरोधा प्रमुख से ग्रहण किया। नव वर्ष पर विभिन्न भाषाओं में आनंद वाणी पाठ की गई। साथ ही ग्रामीण असहाय व्यक्तिओ को भोजन एवं कंबल का वितरण 200 के बीच की गई। अंत में अमूर्त ग्लोवल (AMURT GLOBAL) सचिव ने नव वर्ष मंगलमय एवं सुखदायी के साथ रोग मुक्त हो की शुभकामनाएं दी।