गुरुवार, 21 जनवरी 2021

द्वारा केजीएफएस ने अपने ग्राहकों के लिए ई-सिग्नेचर लान्च

द्वारा केजीएफएस ने अपने ग्राहकों के लिए ई-सिग्नेचर लान्च



ऋण खरीद की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक तकनीकी नवाचार की शुरुआत

संवाददाता

देहरादून। द्वारा केजीएफएस जो भारत में एनबीएफसी द्वारा समर्थित एक प्रमुख तकनीक है, ने हाल ही में एक नई अभिनव सुविधा ई-सिग्नेचर शुरू की है जो महामारी से संबंधित सुरक्षा नियमों की पालना सुनिश्चित करते हुए ऋण का उपयोग करने के लिए निर्विघ्न प्रलेखन जारी करती है।

ग्राहकों द्वारा ऋण के आवेदन करने के तरीके में बदलाव लाते हुए केजीएफएस असिस्ट (केजीएफएस इन-हाउस टेक्नोलाजी टीम द्वारा निर्मित प्रफंट एंड ऐप) ने ई-सिग्नेचर शुरू किए हैं जो अपने घरों से अपने खुद के उपकरण से ऋण के आवेदन और प्रोसेसिंग आसानी से करने की सुविधा देता है जिससे सिग्नेचर फिक्सिंग, ईआरपी पर दस्तावेज अपलोड करने आदि की मुश्किल खत्म हो जाती है जिसके लिए व्यापक मैनुअल हस्तक्षेप की जरूरत होती है।

जेएलजी और एमईएल टर्न अराउंड टाइम (टीएटी) के बारे में जानकारी देते हुए मूर्ति एलवीएलएन डिप्टी सीईओ द्वारा केजीएफएस ने कहा कि बाजार की गहरी समझ के साथ हम टीएटी को क्रमानुसार तौर पर 4 दिन और 2 दिन तक कम करने में सक्षम हुए हैं। इससे ऋण वितरण और नामांकन प्रक्रिया में आसानी हुई है और परिणामस्वरूप अधिक लोगों को फायदा मिला है।

केजीएफएस असिस्ट आंतरिक रूप से बनाई गई ग्राहक केंद्रित ऐप है जो विभिन्न विक्रेताओं की विशाल एकीकरण क्षमता के साथ संबंधित है जो सर्वाेत्तम संभव तरीके से अंतिम ग्राहकों को पफायदा सुनिश्चित करते हुए नवीन समाधानों के साथ द्वारा केजीएपफएस का समर्थन करता है।

सीईओ द्वारा केजीएफएस जाबी सीओ ने कहा कि हम द्वारा केजीएफएस में केजीएफएस असिस्ट, जो कि इन हाउस नामांकन ऐप है उसे ई-साइन सुविधा देने के लिए कानूनी रूप से जुड़े हैं ताकि ऋण अनुमोदन प्रक्रिया आसानी से पूर्ण हो सके। एक सरल, निर्विघ्न और समय की बचत करने वाली नवीन सुविधा -ई-सिग्नेचर को हमारे ग्राहकों के लिए सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए हाल ही में हमारी सहज प्रौद्योगिकी के साथ पेश किया गया था। 

एक बार ऋण दस्तावेज स्वीकृत और अपलोड हो जाने के बाद शाखा कर्मचारी हस्ताक्षर के लिए ग्राहक से संपर्क करते हैं जो 2-चरणीय प्रमाणीकरण- मोबाइल ओटीपी और मोबाइल हस्ताक्षर के बाद मोबाइल फोन-टैबलेट पर किया जाता है। उन्हीं हस्ताक्षरों को फिर संबंधित स्थानों पर दस्तावेज पर स्वचालित रूप से चिपका दिया जाता है। यही दस्तावेज अब ईआरपी सिस्टम में संग्रहीत हो जाते हैं। हालांकि कुछ कानूनी दस्तावेजों के लिए वास्तविक हस्ताक्षर चाहिए होते हैं।

ई-सिग्नेचर सुविधा के यह नवीन सुविधा ने महामारी के सम्पर्क में आए बिना ग्राहकों को उत्पादों का उपयोग करने में मदद की है और साथ ही संचालनों के साथ संबंधित समय काफी कम हुआ है क्योंकि दस्तावेजों को डाउनलोड करने, स्कैन करने और अपलोड करने की जरूरत नहीं रही।


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