एनआइओएस डिप्लोमाधारी भर्ती प्रक्रिया से बाहर
संघर्ष की हुई जीत
संवाददाता
देहरादून। एनआइओएस के डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन) पाठ्यक्रम प्रशिक्षित प्राथमिक शिक्षकों की मौजूदा भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिए गए है। खबरों के मुताबिक शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इस संबंध में आदेश जारी किए है। गौर हो कि नए आदेश में पिछले आदेश को निरस्त किया गया है।
गौर हो कि एनसीटीई से एनआइओएस के डीएलएड पाठ्यक्रम को मान्यता मिलने के बाद शासन ने इस पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण ले चुके निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी प्राथमिक शिक्षकों की मौजूदा भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के आदेश बीते जनवरी में जारी किए थे। जिलों में प्राथमिक शिक्षकों के करीब 2600 पदों पर भर्ती चल रही है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में डीएलएड का दो वर्षीय प्रशिक्षण ले चुके और भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले अभ्यर्थी शासन के उक्त आदेश का विरोध कर रहे थे।
इन अभ्यर्थियों का तर्क है कि एनआइओएस का डीएलएड पाठ्यक्रम डेढ़ वर्षीय है, जबकि उन्होंने दो वर्षीय पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण लिया है। प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। उत्तराखंड राजकीय प्रारंभिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 2012 में एनआइओएस से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के लिए स्पष्ट प्रविधान नहीं है। लिहाजा नए अभ्यर्थियों को मौका नहीं दिया जाना चाहिए। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने भी डायट प्रशिक्षितों के पक्ष को जायज मानते हुए शिक्षा सचिव को आदेश जारी करने के निर्देश दिए थे। शिक्षा सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी किए। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी 2021 को जारी शासनादेश को निरस्त किया गया है।
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