दक्षिणी नौसेना कमान में स्वर्णिम विजय मशाल
एजेंसी
कोच्चि। वाइस एडमिरल एके चावला फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) ने कोच्चि में नौसेना कमान के वार मेमोरियल में पारंपरिक सैन्य परंपरा के तहत'स्वर्णिम विजय मशाल' (विजय ज्योति) की। इस आयोजन में एसएनसी के पूर्व योद्धाओं, वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों ने हिस्सा लिया।
इस 'विजय ज्वाला' का 50 लोगों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान करते हुए औपचारिक रूप से स्वागत किया गया। यह 'विजय ज्वाला' बांग्लादेश युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देश के चार रक्षा कमानों के लिए चारों दिशाओं में 2,500 किमी की यात्रा करने के पश्चात 23 मार्च को कोच्चि पहुंची। यह ज्वाला 1971 के युद्ध में शामिल हुए युद्ध नायकों और उनके संबंधियों को सम्मानित करने वाले शहरों और गांवों की यात्रा करेगी।
युद्ध नायकों के लिए प्रतिष्ठा और सम्मान प्रकट करने के रूप में यह 'विजय ज्वाला' नजराक्कल में रहने वाले सीएक्सजॉन, सीपीओ (सेवानिवृत्त) के घर का दौरा करेगी और इसके बाद करूमाल्लूर में टीके माइकल, एमसीईआरएII (सेवानिवृत्त), नौ सेना पदक (वीरता) के घर जाएगी। इसके बाद यह ज्वाला 25 मार्च को एर्नाकुलम जिले के वरपुझा में रहने वाले माननीय उप लेफ्टिनेंट (सेवानिवृत्त) वीएल पप्पाचन, नौ सेना मेडल (वीरता) के निवास स्थल पर जाएगी। इस टीम के साथ नेवी बैंड और सेरेमोनियल गार्ड भी शामिल होंगे।