पेट्रोल पंप पर फ्यूल लेते समय अपनाये कुछ सिंपल टिप्स
प0नि0डेस्क
देहरादून। पेट्रोल पंप पर अक्सर लोगों को ठगी का शिकार बनाया जाता है। पेट्रोल पंप मालिक अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में पेट्रोल लेने आए ग्राहकों को चुना लगाते हैं। ग्राहकों को धोखा देकर कम तेल देने के लिए पेट्रोल पंप अटेंडेंट्स कई तरह के हथकंडे अपनाते हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि आप पेट्रोल लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखें और धोखा खाने से बचें।
कुछ टिप्स जिसे जानकर आप पेट्रोल पंप पर होने वाले फ्राड से बच सकते हैं। मसलन जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाएं तो सबसे पहले फ्यूल मीटर को एक बार जरूर देख लें। यह देखें कि फ्यूल मीटर में पेट्रोल या डीजल की रीडिंग जीरो है या नहीं। अगर रीडिंग जीरो नहीं है तो पंप अटेंडेंट को रीडिंग जीरो करने के लिए कहें।
अगर पेट्रोल लेते समय रीडिंग न बढ़े तो समझ जाएं की आपके साथ फ्राड हो रहा है। आप तुरंत इसकी शिकायत पेट्रोल पंप के मैनेजर से करें या हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत करें। पेट्रोल पंप पर अक्सर समय बचाने और छुट्टे रुपयों की कमी के कारण लोग राउंड फिगर में पेट्रोल लेते हैं। मसलन 100 रुपये, 200 रुपये या 500 रुपये के फ्रयूल भरवा लिए जाते हैं।
पेट्रोल पंप वाले अक्सर डिस्पेंसर मशीन को इस संख्या में कम फ्यूल देने के लिए पहले ही सेट कर लेते हैं। जब भी आप इन रुपयों का फ्यूल खरीदते है तो आपकी गाड़ी में कम तेल जाता है। इस फ्राड से बचने के लिए हमेशा अलग-अलग रकम चुनें।
कई बार पेट्रोल पंप मालिक रिमोर्ट कंट्रोल से चलने वाले डिवाइस से पंप के मीटर से छेड़छाड़ करते हैं जिससे पेट्रोल के फ्लो को कम किया जा सकता है। पहले कई बार पेट्रोल पंप पर रिमोट कंट्रोल से चलने वाले चिप पकडे गए हैं जिसे कम फ्यूल देने के लिए सेट कर दिया जाता है। जांच अधिकारी भी मीटर को चेक करने में धोखा खा सकता है। ऐसे में आपको ऐसा कोई डिवाइस या रिमोट दिखने पर अलर्ट हो जाना चाहिए।
पेट्रोल लेते समय पेट्रोल भरने वाले अटेंडेंट पर जरूर नजर रखें। अटेंडेंड पेट्रोल नोजल को बार-बार बंद करते और खोलते हैं जिससे नोजल से फ्रयूल का बहाव कम हो जाता है लेकिन मीटर चलते रहता है। ऐसे में अटेंडेंट तेल की चोरी कर लेता है। अगर ऐसी किसी भी गतिविधि पर आपकी नजर जाती है तो तुरंत पंप मैनेजर से इसकी शिकायत करें।
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