उत्तराखंड के गोरखा समुदाय ने शोभायात्रा निकाली
महाकुंभ के उपलक्ष्य में पारंपरिक वेशभूषा निकाली गई शोभायात्रा
संंवाददाता
हरिद्वार। उत्तराखंड के गोरखा समुदाय द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में ढाका टोपी, लूंगी, पते माला इत्यादि धारण कर शोभायात्रा निकाली गई। गोरखा शोभायात्रा हिमालय पितांबर महामंडलेश्वर 1008 श्री हरी गिरी महाराज के सानिध्य व नेतृत्व में भूपतवाला सत्कर्म मिशन आश्रम से प्रारंभ होकर हरकी पैड़ी गंगा स्नान कर माया देवी मंदिर पहुंची। महामंडलेश्वर पंच दश नाम जूना अखाड़ा विरेंद्रानंद गिरी महाराज के साथ गोरखा समाज के लोग महाराज के साथ ढोल नगाड़ों के बीच भजन कीर्तन करते हुए माया देवी मंदिर पहुंचे।
महाराज के गोरखा अनुयायी देहरादून, छिद्दरवाला, नेपाली फार्म, ऋषिकेश, रुड़की, दिल्ली, मुजफ्फरनगर, हरियाणा, पंजाब आदि जगह आये, जिन्होंने महाराज का जोरदार तरीके से फूल माला पहनाकर स्वागत किया। महाराज का स्वागत अध्ययक्षा श्रीमती कमला थापा व मीडिया प्रभारी ऋषिकेश किशन शर्मा द्वारा किया गया। गिरवर नाथ जनकल्याण धर्मार्थ ट्रस्ट के चेयरमैन कमल खड़का ने कहा कि महाराज नेपाल के महेन्द्र नगर के है व उनमें सामाजिक कार्य करने की भावना हर समय रहती है। कमल ने बताया कि महाराज कई प्रकार से लोगो की सेवा में तल्लीन रहते है। लाकडाउन के दौरान खुद महाराज ने गरीब परिवार के लोगोंं को राशन वितरण कर समाज सेवा करने का काम किया।
जागृति कीर्तन मंडली की अध्यक्षा लक्ष्मी गुरुंग ने कहा कि विरेंद्रानंद गिरी महाराज लगातार लोगो की सेवा में तत्पर रहते हैं।
इस अवसर पर श्याम बोरा, सुरेंद्र गुरुंग, माया घले, लक्ष्मी गुरुंग, लोकनाथ सुबेदी, राम प्रसाद शर्मा, विष्णु देवी शर्मा, शारदा सुबेदी व ब्राह्मण समाज के शालिकराम शास्त्री आदि उपस्थित थे।