ईरान के परमाणु हथियार बनाने के मंसूबे पर इजरायल ने पानी फेरा
एजेंसी
तेहरान। इजरायल ने एक बार फिर से ईरान के परमाणु हथियार बनाने के मंसूबे पर पानी फेर दिया है। खबरों के मुताबिक इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के खुफिया दस्ते ने बम विस्फोट करके ईरान के मुख्य परमाणु संयंत्र नतांज के बिजली आपूर्ति व्यवस्था को तबाह कर दिया है। इससे ईरान को अब फिर से यूरेनियम का संवर्धन करने में कम से कम 9 महीने लगेगा। इजरायल की इस कार्रवाई से ईरान भड़क उठा है और ईरानी विदेश मंत्री ने बदला लेने की धमकी दी है।
ईरान ने इजरायली कार्रवाई को ‘परमाणु आतंकवाद’ की संज्ञा दी है। रिपोर्ट के मुताबिक यह एक जोरदार विस्फोट था जिससे पूरा संयंत्र अंधेरे में डूब गया। इस हमले में परमाणु केंद्र का सेंट्रीफ्रयूज क्षतिग्रस्त हो गया था जिसका इस्तेमाल वहां पर यूरेनियम संवर्धन के लिए किया जाता है। इस विस्फोट से अत्यंत सुरक्षा घेरे में रहने वाले परमाणु संयंत्र की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगा है।
नतांज केंद्र ईरान के सबसे सुरक्षित स्थलों में से एक है। माना जाता है कि ईरान यहीं पर यूरेनियम को संवर्धित करके परमाणु बम बनाने का मंसूबा देख रहा है। इजरायल ने यह हमला ऐसे समय पर किया है जब ईरान ने यूरेनियम संवर्धन के काम को तेज किया था। ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है लेकिन विशेषज्ञ उसके दावे पर संदेह जताते हैं।
ईरान ने भूमिगत नातान्ज परमाणु केंद्र पर हमला करने के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। ईरान ने चेतावनी दी है कि वह हमले का बदला लेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादा की यह टिप्पणी घटना के लिए पहली बार अधिकारिक तौर पर इजरायल पर आरोप लगाती है। इस घटना से परमाणु केंद्र में बिजली चली गई थी। इज़रायल ने हमले की सीधे तौर पर जिम्मेदारी नहीं ली है। बहरहाल शक फौरन उस पर गया, क्योंकि उसके मीडिया ने देश द्वारा विशानकारी साइबर हमले की खबर दी जिससे बिजली गुल हो गई।
अगर इजरायल हमले के लिए जिम्मेदार है तो यह दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाएगा जिनके बीच में पहले से टकराव चल रहा है। खतीबजादा ने माना कि आईआर-1 सेंट्रीफ्यूज हमले में क्षतिग्रस्त हुआ है। तेहरान के परमाणु कार्यक्रम की निगरानी करने वाली संयुक्त राष्ट्र निकाय आईएईए ने कहा था कि उसे नातान्ज की घटना के बारे में मीडिया में आयी खबरों की जानकारी है और उसने ईरानी अधिकारियों से इस बारे में बात की है। नातान्ज को पहले भी निशाना बनाया गया है। स्टक्सनेट कंप्यूटर वायरस से एक बार नातान्ज में ईरानी इजरायल को नष्ट कर दिया गया था।
नातान्ज के उन्नत अपकेंद्रण संयंत्र में पिछले साल जुलाई में एक रहस्यमय विस्फोट हुआ था। ईरानी परमाणु संयंत्र पर हमला करने को लेकर ईरान का क्षेत्रीय शत्रु इजराइल संदेह के घेरे में रहा है। ईरान ने देश के सैन्य परमाणु कार्यक्रम की कई दशक पहले शुरुआत करने वाले वैज्ञानिक की हत्या के लिए इजराइल को ही दोषी ठहराया था। इजराइल के कई मीडिया संस्थानों ने एक साइबर हमला नातान्ज में विद्युत आपूर्ति बाधित होने का कारण बना। सरकारी प्रसारणकर्ता कान ने कहा कि हमले के पीछे इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद है।
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