आईएमए में अंडर ग्राउंड सबवे निर्माण में देरी पर नाराजगी
जनप्रतिनिधि सबवे निर्माण में तेजी के लिए आवाज उठायेंः कै0 बलवीर सिंह रावत
संवाददाता
देहरादून। उत्तराखंड़ प्रदेश कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष कैप्टन बलवीर सिंह रावत ने आईएमए परिसर में अंडर ग्राउंड सबवे निर्माण में देरी पर नाजगी जाहिर करते हुए जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे सबवे निर्माण में तेजी के लिए आवाज उठायें।
भारतीय सैनिक अकादमी (आईएमए) के बीचो-बीच अंडर ग्राउंड सबवे के निर्माण में हो रहे विलंब पर उत्तराखंड़ प्रदेश कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष कैप्टन बलवीर सिंह रावत ने नाराजी जतायी है। उनका कहना है कि वे चकराता राष्ट्रीय राजमार्ग पर आम जनता को आवाजाही में होने वाली परेशानी भली भांति समझते है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1978 में वे आईएमए में प्रशिक्षक के रूप में सेवारत थे। उस समय भी अंडर ग्राउंड सबवे के निर्माण की बात उठी थी।
उन्होंने बताया कि उक्त सबवे निर्माण के प्रयासों में उनका भी योगदान रहा है। कै0 रावत ने कहा कि वर्ष 1988 में सेवानिवृत्त होने के बाद इसके लिए उन्होंने निरंतर रक्षा मंत्रालय से संपर्क और पत्राचार जारी रखा। नतीजन कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2009 में इस मार्ग की डीपीआर के लिए धनराशि स्वीकृत की थी। तत्पश्चात वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद भी उनका पत्र व्यवहार निरंतर जारी रहा। जनहित के इस विषय पर प्रधानमंत्री कार्यालय, सड़क परिवहन मंत्रालय तथा रक्षा मंत्रालय की तरफ से उन्हें पत्रों के माध्यम से निर्माण हेतु आश्वासन मिलता रहा है।
कै0 रावत ने कहा कि विगत पासिंग आउट परेड के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मार्ग के निर्माण की विधिवत घोषणा की। इसके लिए कै0 रावत ने मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया। रावत ने कहा कि तब से लेकर आज तक लंबी अवधि बीतने के बावजूद इस मार्ग के निर्माण में प्रगति नजर नहीं आ रही। उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि क्षेत्र के स्थानीय प्रतिनिधि, विधायक, नगर निगम के मेयर और सांसद महोदय गहरी नींद सोए हुए हैं। जबकि इस महत्वपूर्ण जन सेवा और जनहित के कार्य के लिए प्राथमिकता से आवाज उठानी चाहिए।
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