गुरुवार, 15 अप्रैल 2021

मोटापा और ज्यादा वजन मेंं अंतर

मोटापा और ज्यादा वजन मेंं अंतर

पता लगाकर स्वास्थ्य की समस्याओं को कर सकते हैं काबू



प0नि0डेस्क

देहरादून। फैट के जलने की तुलना में फैट का इकट्ठा होना नुकसानदेह है। मोटापा और ज्यादा वजन का स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है लेकिन इसको निर्धारित कैसे किया जाए कि शरीर का वजन ज्यादा है और कैसे पता लगाया जाए कि मोटापे की दहलीज पर आप पहुंच गए हैं!

दुनिया भर में ज्यादा वजन और मोटापा से हर साल लाखों लोग पीड़ित हो रहे हैं। लेकिन सवाल है कि मोटापा और ज्यादा वजन में क्या फर्क है। दोनों के बीच कैसे अंतर करें? हर इंसान का आदर्श वजन उसके कद से तय होता है। यदि उसका वजन उसके कद से 25 फीसद ज्यादा है, तब उसे ज्यादा वजन माना जाएगा। मोटापा और ज्यादा वजन में अंतर करने का आधार बाडी मास इंडेक्स यानी इंसानी शरीर का ढांचा है। इस इंडेक्स के आधार पर वजन, ऊंचाई और उम्र का पता लगाया जाता है।

आमतौर पर 25-29.9 बाडी मास इंडेक्स वाले शख्स का वजन ज्यादा समझा जाता है, जबकि 30 से ज्यादा बाडी मास इंडेक्स वाले शख्स को मोटा माना जाता है। उसका मतलब हुआ कि 30 से ज्यादा बाडी मास इंडेक्स होने पर ज्यादा वजन से पार कर मोटापा को पहुंच गए हैं और ये आधार पुरुष और महिला दोनों के लिए है। अपने बाडी मास इंडेक्स का पता लगाने के लिए अपने वजन को पाउंड में 704.5 से गुणा करें। फिर नतीजे का विभाजन अपने कद से इंच में करें और उस नतीजे को अपने कद से दूसरी बार इंच में विभाजित करें।

अगर बाडी मास इंडेक्स 25 और 29.9 के बीच है, तब इसका मतलब ज्यादा वजन हुआ। 30 बाडी मास इंडेक्स या ज्यादा को मोटापा समझा जाएगा। गौर करने वाली बात ये है कि बाडी मास इंडेक्स शरीर के फैट का अनुमान लगाता है। हर शख्स को ऊर्जा और अन्य अंगों के काम की खातिर शरीर के फैट की जरूरत होती है लेकिन ज्यादा शरीर के फैट से गहरी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जितना ज्यादा शरीर का फैट होगा, उतना ही बड़ा खतरा डायबिटीज, किडनी की बीमारी, दिल की बीमारी और अन्य समस्याओं के लिए होगा।

अधिक वजन वाले लोग एवं मोटे लोग ज्यादा कैलोरी के सेवन से होते हैं। शरीर में दाखिल होने वाली ऊर्जा और उससे निकलने वाली ऊर्जा में संतुलन न होने की वजह से वजन बढ़ता है और फैट चढ़ता है। व्यायाम की कमी, खराब डाइट या खराब भोजन के विकल्प, परिवार के मोटापा या ज्यादा वजन होने का इतिहास भी उसमें योगदान करते हैं।

विशेषज्ञ सहमत हैं कि मामूली वजन घटाने से डायबिटीज, दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर समेत स्वास्थ्य की कई समस्याओं को रोकने या काबू करने में मदद मिल सकती है। जितना करीब आपका वजन सामान्य होगा, उतना ही ज्यादा स्वास्थ को फायदा पहुंचेगा।


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