हरदा के सहयोगी रणजीत रावत द्वारा उनपर लगाए गए आरोपों की प्रकृति गंभीरः परिवर्तन पार्टी
सरकार से निष्पक्ष एजेंसी द्वारा आरोपों की जांच करने की मांग
संवाददाता
अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खास सहयोगी कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत रावत द्वारा उनपर लगाए गए आरोपों की प्रकृति को गंभीर बताया है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी0सी0 तिवारी ने कांग्रेस एवं हरीश रावत से इस सार्वजनिक आरोप पर अपना पक्ष सार्वजनिक करने एवं सरकार से निष्पक्ष एजेंसी द्वारा इसकी जांच करने की मांग की है।
उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी0सी0 तिवारी ने कहा कि हम सोशल मीडिया और चैनल द्वारा ज़ारी किए गए हरीश रावत के सहयोगी के उनके आपसी संबंधों एवं पार्टी से जुड़े प्रसंग पर कुछ नहीं कहना चाहते। लेकिन उस मामले में तंत्र-मंत्र में वन्यजीवों की बलि एवं शराब के अनुष्ठान से जुड़े हुए प्रसंग निश्चय ही गंभीर प्रकृति है जो एक पूर्व मुख्यमंत्री से जुड़े होने के नाते उत्तराखंडी जन जीवन के प्रति अच्छी धारणा पैदा नहीं करते।
उपपा अध्यक्ष ने कहा कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 में इस तरह के मामले को गंभीर अपराध घोषित किया गया है और तमाम लोग इन मामलों में न्यायालयों में मुकदमों का सामना कर रहे हैं। उपपा ने कहा कि यदि इन बयानों में सच्चाई है तो इस मामले में शामिल रहे लोगों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत कानून सम्मत कार्यवाही की जानी चाहिए।
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