एसजेवीएन के विद्युत स्टेशनों द्वारा सबसे अधिक मासिक विद्युत उत्पादन
नाथपा झाकड़ी ने 1216.565 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन किया
रामपुर जलविद्युत स्टेशन ने 335.9057 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन किया
संवाददाता
देहरादून। एसजेवीएन एक अनुसूची ‘ए’ और ‘मिनी रत्न’ पावर पीएसयू कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा के कुशल नेत़ृत्व और दूरगामी दृष्टिकोण के तहत लगातार प्रगति के पथ पर है। कंपनी के दो प्रमुख पावर स्टेशनों 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन, जो देश का सबसे बड़ा भूमिगत पावर हाउस है तथा 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन में एसजेवीएन ने जुलाई माह में अब तक के सबसे अधिक उत्पादन के नए रिकार्ड कायम किए हैं।
एसजेवीएन के नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन ने उच्चतम मासिक विद्युत उत्पादन हासिल किया है, जो 31 जुलाई को 1213.101 मिलियन यूनिट से 1216.565 मिलियन यूनिट के अपने पिछले रिकार्ड को पार कर गया है।
इसी तरह रामपुर जलविद्युत स्टेशन ने भी जुलाई में 335.9057 मिलियन यूनिट का विद्युत उत्पादन कर जुलाई 2020 में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ 333.6951 मिलियन के उत्घ्पादन को पीछे छोड़ दिया है।
इस उपलब्धि पर एसजेवीए नाइट्स को बधाई देते हुए नंद लाल शर्मा अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है। यह एसजेवीएन के मूलभूत मूल्यों-व्यवसायिकता, जबावदेही, स्थायित्व, टीम भावना सर्वाेत्कृष्टता, नवाचार और विश्वास जो वर्षों से कंपनी की सफलता के पीछे प्रेरक शक्ति रहे हैं और वे एसजेवीएन को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए टीम के अथक प्रयासों की ईमानदारी से सराहना करते है। वे सभी एसजेवीए नाइट्स से आग्रह भी करते है कि वे राष्ट्र को 24ग7 विद्युत उपलब्ध करवाने के लिए कोविड-19 के संकटकाल की परीक्षा की घड़ी में भी अथक प्रयास करें।
1500 मेगावाट के नाथपा झाकड़ी की डिजाइन एनर्जी 6612 मिलियन यूनिट और 412 मेगावाट रामपुर एचपीएस की 1878 मिलियन यूनिट्स डिजाइन एनर्जी है। जबकि इन विद्युत स्टेशनों से क्रमशः 7445 मिलियन यूनिट तथा 2098 मिलियन यूनिट का उत्पादन हुआ है ।
सक्रिय रूप से एसजेवीएन ने वर्ष 1988 में एकल विद्युत परियोजना के साथ शुरूआत की और आज कंपनी के पास 9000 मेगावाट से अधिक का पोर्टफोलियो है, जिसमें से 2016.5 मेगावाट की परियोजनाएं परिचालन में है, 3156 मेगावाट की परियोजनाएं निर्माणाधीन है और 4046 मेगावाट परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं। आज एसजेवीएन के भारत के 9 राज्यों और भारत से बाहर के 2 देशों में भी उपस्थिति है। कंपनी ऊर्जा उत्पादन और पारेषण के अन्य क्षेत्रों में भी विविधता लेकर लाई है। एसजेवीएन 2023 तक 5000 मेगावाट और 2030 तक 12000 मेगावाट और 2040 तक 25000 मेगावाट विद्युत की स्थापित क्षमता हासिल करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है।
अब लिंक का इंतजार कैसा? आप सीधे parvatiyanishant.page पर क्लिक कर खबरों एवं लेखों का आनंद ले सकते है।