यूथ रेडक्रास कमेटी के शिविर में युवाओं द्वारा रक्तदान
रिकार्डधारक रक्तदाता अनिल वर्मा का सम्मान
संवाददाता
देहरादून। यूथ रेडक्रास कमेटी द्वारा शिवालिक कॉलेज आफ इंजीनियरिंग में आयोजित रक्तदान शिविर तथा विचार गोष्ठी में 104 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इस अवसर पर 139 बार रक्तदान कर चुके अनिल वर्मा को विशिष्ट योगदान के लिए शिवालिक रक्तदान सेवा अवार्ड-2021 से सम्मानित किया गया।
शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य रेडक्रास सोसायटी के महासचिव डा0 एमएस अंसारी, अति विशिष्ट अतिथि भारत विकास परिषद् द्रोण रोहित कोचगवे कार्यक्रम अध्यक्ष शिवालिक कॉलेज आफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डा0 गणेश भट्ट, शिविर जिला रेडक्रास सोसायटी के वाईस चेयरमैन सुभाष चौहान, यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा, महन्त इंद्रेश हॉस्पिटल ब्लड बैंक की मेडिकल आफिसर डा0 वगीशा गर्ग, विशिष्ट अतिथि मेजर प्रेमलता वर्मा, श्रीमती पद्मिनी मल्होत्रा, विकास कुमार, रोहित कोचगवे, श्रीमती अंतेजा बिष्ट तथा श्रीमती रूपाली शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
मुख्य अतिथि डा0 एमएस अंसारी ने कहा कि रक्त का कृत्रिम निर्माण संभव न हो सकने तथा किसी पशु पक्षी का रक्त नहीं चढ़ाये जा सकने के कारण केवल मानव का रक्त ही किसी जरूरतमंद की जान बचा सकता है। इसलिए रक्तदान को महादान जीवनदान कहा जाता है। चूंकि रक्त को अधिक समय तक ब्लड बैंक में भी सुरक्षित नहीं रखा जा सकता। अतः युवाओं को हर तीन महीने बाद लगातार मानवीय कर्तव्य समझकर स्वैच्छिक रक्तदान करना चाहिए।
शिविर आयोजक अनिल वर्मा ने कहा कि देश में रक्तदान क्रांति की जरूरत है। रक्तदाताओं को रेगुलर ब्लड डोनर होना चाहिए। आज भी दुर्घटनाओं में या प्रसव के दौरान ही अनेक व्यक्ति प्रतिदिन केवल इसलिए मौत का शिकार हो जाते हैं क्योंकि उन्हें वक्त पर रक्त नहीं मिल पाता। हमारे देश में रक्तदान के प्रति निस्संदेह जागरूकता आई तो है परन्तु सच्चाई यह भी है कि आज भी एक प्रतिशत से अधिक युवा रक्तदान नहीं करते।
उन्होंने कहा कि नियमित रूप से रक्तदान करते रहने से रक्तदाता को कमजोरी के बजाय लाभ होता है। रक्तदान करने पर बोन मैरो एक्टिवेट होने से शरीर में नये रक्त का संचार होता है। जिससे शरीर में रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स, प्लाज्मा व प्लेटलेट्स के गुणों में वृ(ि होती है।
कार्यक्रम अध्यक्ष शिवालिक कॉलेज के प्रिंसिपल डा0 गणेश भट्ट ने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति तथा फास्ट फूड की लत को भी ब्लड बैंकों में रक्त की कमी के लिए जिम्मेदार बताया। विशिष्ट अतिथि पद्मिनी मल्होत्रा ने छात्राओं व महिलाओं में एनीमिया की समस्या व समाधान पर विस्तार से बताया।
गोष्ठी में सुभाष चौहान वाईस चेयरमैन, कार्यकारिणी सदस्य विकास कुमार तथा श्रीमती अंतेजा बिष्ट ने भी विचार व्यक्त किए। शिविर में इंद्रेश हास्पिटल ब्लड बैंक टीम के समन्वयक अमित चंद्रा, टेक्नीशियन राकेश कुकरेती, सचिन सेमवाल, विकास सिंह व जितेन्द्र पांडे सम्मिलित थे।
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