क्रोसिन से आगे बढ़ गई देसी डोलो 650 की बिक्री
डोलो 650 भारत का सबसे पसंदीदा पैरासिटेमाल ब्राण्ड
प0नि0डेस्क
देहरादून। डोलो 650 जो मार्च 2020 के बाद से कोविड के दौरान 567 करोड़ रुपए की बिक्री कर चुकी है। जब भारत कोविड की तीसरी लहर से जूझ रहा है तो इसे एक ‘पसंदीदा स्नैक’ कहा जा रहा है। लेकिन इस गोली के पीछे ऐसा क्या जादू है कि सब डाक्टर्स इसी को लिख रहे हैं!
जनवरी 2020 से पैरासिटेमाल की बिक्री के आंकड़ों पर नजर डालने से पता चलता है कि डोलो 650 अभी तक एक सबसे बड़ी खिलाड़ी रही है। जिसके बाद कालपोल और सुमो एल आती हैं। कुल मिलाकर भारत में पैरासिटामोल के 37 ब्राण्ड्स हैं, जिनकी भारत के अलग अलग क्षेत्रों में सबसे अधिक बिक्री है।
हेल्थकेयर में एक ह्यूमन डेटा साइंस और अडवांस्ड अनैलिटिक्स फर्म ईकविया के आंकड़ों से पता चलता है कि डोलो और कालपोल दो प्रमुख ब्राण्ड हैं जो पैरासिटामोल के हिस्से को आगे बढ़ा रहे हैं। डोलो 650 को बेंगलुरू स्थित माइक्रो लैब्स लि0 बनाती है, वहीं कालपोल का उत्पादन जीएसके फार्मास्यूटिकल्स में होता है। इन दोनों ब्राण्ड्स का क्षेत्रीय प्रभुत्व है और डाक्टर इन्हें व्यापक रूप से लिखते हैं।
डोलो 650 ने दिसंबर 2021 में 28.9 करोड़ रुपए की बिक्री की, जो पिछले साल इसी महीने की बिक्री से 61.45 प्रतिशत अधिक थी। लेकिन इसकी सबसे अधिक बिक्री अप्रैल और मई 2021 में कोविड की दूसरी लहर के दौरान हुई। जब ये क्रमशः 48.9 करोड़ और 44.2 करोड़ रुपए पहुंच गई।
इसकी तुलना में कालपोल की बिक्री जो दिसंबर 2021 में दूसरा सबसे अधिक बिकने वाला पैरासिटामोल ब्राण्ड था, 28 करोड़ रुपए रही जो दिसंबर 2020 की बिक्री से 56 प्रतिशत अधिक थी। दूसरी लहर के चरम पर कालपोल सबसे ज्यादा बिकने वाला ब्राण्ड था, जब अप्रैल 2021 में इसकी 71.6 करोड़ रुपए की बिक्री हुई थी। पैरासिटामोल के अन्य लोकप्रिय ब्राण्ड्स फेमानिल, पी-250 और क्रोसिन हैं।