रक्तदान में उल्लेखनीय योगदान हेतु अनिल वर्मा को कोटा प्राईड नेशनल अवार्ड से नवाजा
संवाददाता
देहरादून। ह्यूमन सोशल फाउंडेशन रक्तदान जीवनदान सेवा समिति कोटा एवं एक प्रयास एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी कोटा के संयुक्त तत्वावधान में लाला लाजपतराय भवन कोटा राजस्थान में आयोजित नेशनल काॅन्फ्रेंस में देश के सभी राज्यों से रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 101 ब्लड डोनर्स को राष्ट्रीय स्तर पर चयनित कर नेशनल अवार्ड प्रदान करके सम्मानित किया गया।
उक्त राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्तराखंड में अब तक सर्वाधिक रिकॉर्ड 139 बार रक्तदान कर चुके तथा सौ से अधिक राज्य व राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त डॉ० कार्ल लैंडस्टीनर अवार्डी यूथ रेडक्रास कमेटी देहरादून के चेयरमैन अनिल वर्मा को कोटा प्राईड नेशनल अवार्ड - 2022 से सम्मानित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि कोटा राजस्थान के विधायक संदीप शर्मा, कोटा दक्षिण क्षेत्र मेयर राजीव अग्रवाल भारती, उत्तर क्षेत्र की मेयर मंजू मेहरा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अमित धारीवाल, पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत, उप रजिस्ट्रार शिक्षा पवन, भाजपा जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष सुदर्शन गौतम ने अनिल वर्मा को कोटा प्राईड-2022 अवार्ड का प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के साथ-साथ राजस्थानी पगड़ी पहनाकर, अवार्ड ऑफ एप्रीसिएशन सर्टिफिकेट तथा प्रतीक चिह्न प्रदान करके सम्मानित किया।
इसके अतिरिक्त कोरोना काल में एक साल पांच महीने लगातार संवेदनशील इलाकों में अतुलनीय सेवाएं प्रदान करके कोरोना योद्धा के रूप में एक मिसाल कायम करने के लिए ब्लड लायंस एंड सोशल वेलफेयर समिति ऊना हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष डॉo संदीप शर्मा व महासचिव सुमित शर्मा ने कोरोना योद्धा सम्मान पत्र प्रदान करके सम्मानित किया।
इससे पूर्व काॅन्फ्रेंस में ब्लड बैंकों की कार्यप्रणाली, मरीजों को रक्त प्राप्त करने में होने वाली दिक्कतों, थैलीसीमिया, हीमोफीलिया व अन्य बे रक्त संबंधी बीमारियों सहित स्वैच्छिक रक्तदान को सौ प्रतिशत करने पर गंभीर विचार -विमर्श किया गया।
काॅन्फ्रेंस में संस्था के संस्थापक सचिन सिंगला, राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सुमन, महासचिव सरदार दिलजीत सिंह, यूथ रेडक्रास कमेटी देहरादून के चेयरमैन अनिल वर्मा, अग्रवाल ब्लड बैंक, कोटा के अध्यक्ष सुरेंद्र अग्रवाल, एडवोकेट हर्षित गौतम, डॉ० सुभाष आर्य, पार्षद अनिल सुवालका, संरक्षक नरेंद्र मेघवाल, डॉ० संदीप शर्मा सहित समस्त राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
समारोह का समापन राजस्थान की लोक संस्कृति पर आधारित लोकगीतों व लोकनृत्यों की भव्य प्रस्तुति से हुआ।