बूस्टर डोज लगाकर कोरोना संक्रमण से अपने को रखे सुरक्षितः डा0 सोनी
संवाददाता
देहरादून। कोरोना की तीसरी लहर से लोग डरे हुए हैं। वहीं मानव जीवन को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तैयारियां हैं। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनावों को शांतिपूर्ण संम्पन्न करने में कर्मचारियों की अहम भूमिका रहती हैं। जिन्हें फ्रंटलाइन वर्कर्स मानते हुए बूस्टर डोज लगाई जा रही हैं। राजकीय इण्टर कॉलेज मरोड़ा (सकलाना) में कार्यरत वृक्षमित्र डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी जिन्हें चुनाव संपन्न कराने के लिए पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई हैं, उन्होंने सत्यों पुजारगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर कोरोना का प्रिकॉशन डोज लगाते हुए सभी चुनाव ड्यूटी में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों से बूस्टर डोज लगाने की अपील की।
वृक्षमित्र डा0 सोनी ने कहा कि कोरोना के आने से लोग दहशत में जीने के लिए मजबूर हैं। वही मानव जीवन को सुरक्षित रखने के लिए हर उपाय उठाए गये है। ऐसे में जरूरत हैं जागरूक होकर सरकार द्वारा बनाए नियमों व साधनों का प्रयोग करने की। जिस तरह कोरोना की प्रथम, द्वितीय व अब तीसरी लहर चल रही हैं ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिए निःशुल्क चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सीन लगाई जा रही हैं। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए निर्वाचन में लगे फ्रंटलाइन वर्कर्स अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्वाचन प्रशिक्षण स्थल पर बूस्टर डोज निःशुल्क लगाई जा रही हैं। जो वहां पर नही लगा पा रहे हैं वे चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर बूस्टर डोज लगा सकते हैं ताकि संक्रमण का खतरा ना बना रहे।
डा0 सोनी ने चुनाव में लगे सभी कर्मचारियों से अपील की कि जिन्हें दूसरे डोज लगे तीन माह का समय हो गया हैं, वे अवश्य बूस्टर डोज लगाएं। इस अवसर पर देवेन्द्र सिंह पुंडीर ने बूस्टर डोज लगाते हुए कहा कि इसमे घबराने की बात नही हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षमित्र डा0 सोनी और मैने बूस्टर डोज लगाई हैं। ये डोज किसी के लिए नही बल्कि अपने को सुरक्षित रखने को हैं। चिकित्सा प्रभारी डा0 मयंक राय ने कहा कि हमारे यहां वैक्सीन लगाएं जा रही हैं। जो भी चुनाव ड्यूटी में नियुक्त है और जिन्हें दूसरे डोज लगाये हुए तीन माह का समय हो गया है उन्हें बूस्टर डोज लगाई जा रही हैं।
इस अवसर पर डा0 शिवा रतूड़ी, एएनएम मीना समवाल, धीरेंद्र रौतेला, बुद्धिबल्लभ, हुकम सिंह नेगी, गिरीश चंद्र कोठियाल, अनिता मियां, एएनएम रेखा रमोला आदि मौजूद थे।