बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई गई
नौनिहालों को पोलियो खुराक पिलाकर बनाएं सुरक्षित: वृक्षमित्र डा0 सोनी
संवाददाता
टिहरी गढवाल। खुशहाल जीवन स्वस्थ मानव की पहचान हैं लेकिन पोलियो बीमारी से कई जीवन कष्टों में जी रहे थे। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए टीका का अविष्कार हुआ और शून्य से पांच साल के बच्चों को यह खुराक पिलाना शुरु किया गया और आज पोलियो बीमारी धीरे धीरे समाप्ति की ओर हैं। सकलाना पट्टी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मरोडा बूथ पर 40 बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई गई। पोलियो बूथ तक बच्चों को पहुंचाने में वृक्षमित्र डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी ने ग्रामीणों का सहयोग किया।
वृक्षमित्र डा0 त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा कि हम लोगों का जीवन ग्रामीण परिवेश का हैं। कई सुविधाओं से वंचित रहते हुए हमारे माता पिता ने हमें कई बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए टीके लगवाये। आज हम पढ़े लिखे हैं। पोलियो जैसे बीमारी से निपटने के लिए समय समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोलियो की खुराक पिलाई जाती है। सभी को अपने आसपास, घर, गांव व मौहल्ले में शून्य से 5 वर्ष के बच्चों को पोलियो खुराक पिलाकर आनेवाली पीढ़ी का जीवन पोलियो मुक्त बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
वहीं राकेश पंवार ने कहा कि मेरी बेटी कविता एक साल की हैं। मैने अपनी बेटी को पोलियो खुराक पिलाया हैं। गांव के सभी लोगो को अपने पांच साल तक के बच्चे को पोलियो खुराक पिलाकर पोलियो बीमारी से सुरक्षित बनाना चाहिए।
पोलियो बूथ पर आंगनबाड़ी कविता देवी, शर्मीला देवी, रोशनी देवी, प्रियंका, साक्षी, मनीषा, मीनाक्षी, विपिन आदि मौजूद थे।