केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से निर्देश जारी
कोविड-19 में माता-पिता को खोने वाले छात्रों को केवीएस में प्रवेश
एजेंसी
नई दिल्ली। केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) में पहली कक्षा से लेकर 12वीं तक की किसी भी कक्षा के लिए सभी केंद्रीय विद्यालय शाखाओं में कोविड-19 के कारण अपने माता-पिता दोनों को खोने वाले छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। हाल ही में केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से यह निर्देश दिया गया है। केवीएस ने अपनी प्रवेश प्रक्रिया 28 फरवरी को शुरू कर दी है और सभी प्रभावित बच्चों को उम्र के अनुसार प्रवेश दिया जाएगा।
केंद्रीय विद्यालय संगठन की ओर से जानकारी दी गई है है कि जिन बच्चों ने कोविड-19 महामारी के चलते अपने माता-पिता को खो दिया है उन्हें कक्षा 1 से 12 तक मुफ्रत शिक्षा प्रदान की जाएगी। छात्र-छात्राओं को ट्यूशन फीस का भुगतान नहीं करना होगा। ऐसे छात्रों का प्रवेश वीवीएन श्रेणी (विद्यालय विकास निधि) के तहत और जिस जिले में केंद्रीय विद्यालय है, उसके जिला मजिस्ट्रेट की सिफारिश पर किया जाएगा। डीएम द्वारा अधिकतम 10 छात्रों का चयन किया जा सकता है।
केंद्र सरकार के निर्णय के कारण केवीएस को एडमिशन के लिए गाइडलाइन में बदलाव करना पड़ा है। यह प्रावधान तेहरान, मास्को और काठमांडू में अंतरराष्ट्रीय शाखाओं सहित देश के सभी 1200 स्कूलों में जोड़ा गया है। केवीएस में शिक्षा उपायुक्त द्वारा सभी शाखाओं के क्षेत्रीय अधिकारियों को इस बारे में निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि अभी तक शिक्षा मंत्रालय ने उन 4000 से अधिक छात्रों की सूची भेजी है, जिन्हें केंद्रीय विद्यालय में पीएम केयर्स फार चिल्ड्रन योजना के लाभार्थियों के रूप में प्रवेश दिया जाना है। यह सूची क्षेत्रीय अधिकारियों और केवीएस के प्राचार्यों को पहले ही दी जा चुकी है। केंद्रीय विद्यालय संगठन प्रवेश प्रक्रिया 28 फरवरी को कक्षा 1 के पंजीकरण के साथ शुरू हुई। कक्षा 2 से 10 के लिए पंजीकरण 8 अप्रैल को होगा और कक्षा 11 का पंजीकरण कक्षा 10 के बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित होने के 10 दिनों के भीतर होगा।