संस्कृत भाषा में शपथ लेने पर अग्रवाल का सम्मान
संवाददाता
ऋषिकेश। संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल द्वारा विधायक के रुप में एवं कैबिनेट मंत्री के रूप में संस्कृत भाषा में शपथ लेने पर संस्कृत विद्यालय, महाविद्यालय एवं संस्कृत जगत से जुड़े हुए अनेक लोगों ने अग्रवाल का सम्मान किया।
इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा है कि संस्कृत भारत की प्राचीन भाषा है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा संस्कृत भाषा को बढ़ावा दिया है। जब वह विधानसभा के अध्यक्ष थे उस समय भी विधानसभा के नाम पटिकाए संस्कृत में लिखवाई गई। साथ में संस्कृत उन्नयन समिति का विधिवत गठन किया गया है जो संस्कृत के क्षेत्र में कार्य कर रही है।
संसदीय कार्य मंत्री अग्रवाल ने कहा है कि विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य द्वारा उन्हें संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए जो सम्मान किया है उसके लिए हृदय से आभारी है और संस्कृत को आगे बढ़ाने का कर्तव्य हम सब लोगों का है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड की द्वितीय राजभाषा भी संस्कृत है।
संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य शक्तिधर बहुगुणा ने कहा कि संस्कृत को हर क्षेत्र में बढ़ावा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा है कि प्रेमचंद अग्रवाल जी का प्रारंभ सही संस्कृत के प्रति लगाव रहा है और संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए प्रेम चंद अग्रवाल का आज सम्मान किया गया।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य डा0 ओम प्रकाश पूर्वाल, डा0 गिरीश पांडे, सुरेंद्र दत्त भट्ट, सुभाष डोभाल, शक्ति कुमार द्विवेदी, मनोज द्विवेदी, शांति प्रसाद मैठाणी, सुरेंद्र, सूरज कुमार विनोद नौटियाल आदि उपस्थित थे।