डोईवाला चीनी मिल श्रमिक संगठनों ने प्रबंधक मंडल के विरुद्ध खोला मोर्चा
मांगे पूरी ना होने पर दी कार्य बहिष्कार व हड़ताल टूल डाउन की चेतावनी
संवाददाता
डोईवाला। श्रमिक संगठनों ने उत्तराखंड शुगर मुख्यालय व प्रबंधक मंडल के अधिकारियों की नीतियों व वेज बोर्ड के नियमों व श्रम कानून को ताक पर रखकर कर्मचारियों के उत्पीड़न व विभिन्न कटौती को लेकर मांग पत्र के माध्यम से मांगे पूरी ना होने पर दी कार्य बहिष्कार व हड़ताल टूल डाउन की चेतावनी।
डोईवाला शुगर कंपनी के श्रमिक संगठनों ने उत्तराखंड शुगर मुख्यालय व प्रबंधक मंडल के अधिकारियों की नीतियों के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए व मिल के अधिशासी निर्देशक कार्यालय में मांग पत्र के माध्यम से समन्वय समिति के संयोजक विनोद शर्मा, प्रदेश सयोजक विजय कुमार शर्मा, कमल बहादुर, अवधेश कुमार ने कहा कि श्रम विभाग, शासन द्वारा चीनी मिल कर्मचारियों का पुनरीक्षित वेतनमान का शासनादेश जारी किया परंतु मिल प्रबंधन द्वारा 1 अक्टूबर 2015 से 31 दिसंबर 2016 के एरियर का भुगतान लंबित है कर्मचारियों में उत्तराखंड शुगर एवं प्रबंधन मंडल के अधिकारियों के विरूद्ध भारी आक्रोश है वही प्रबंधक मंडल द्वारा कई वर्षों से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की ग्रेजुएटी भुगतान, स्थाई व मौसमी कर्मचारियों के चिकित्सा बिलों, पूर्वर्ती ओवरटाइम का भुगतान, कर्मचारियों की दैनिक वेतन भोगी सहकारी समिति का भुगतान और गन्ना क्रय केंद्र के लिपिको को मिलने वाले सेंटर अलाउंस व यात्री भत्ता की कटौती कर दी गई।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का वेतन हर माह की 10 तारीख तक किया जाना चाहिए लेकिन प्रबंधक मंडल द्वारा दो माह होने पर एक माह का वेतन दिया जाता है जिससे कर्मचारियों में प्रबंधक मंडल के विरुद्ध भारी रोष व्याप्त है। इस अवसर पर श्रमिक नेता कृष्ण पाल शर्मा, गोपाल शर्मा, सुभाष पाल ने कहां कि दिन प्रतिदिन प्रबंधक मंडल द्वारा कर्मचारियों का उत्पीड़न कर और सभी प्रकार की कटौती करने में लगा हुआ है वही श्रमिक संगठनों ने 26 जनवरी के राष्ट्रीय त्योहार पर पूर्वर्ती व्यवस्था डबल ओवरटाइम को प्रबंधन मंडल ने कर्मचारियों को सिंगल ओवरटाइम दिया जिस पर राष्ट्रीय त्योहारों पर कटौती को श्रमिक संगठनों ने विरोध जताया और होली पर्व व अन्य त्योहारों पर कर्मचारी अवकाश रहे तो प्रबंधक मंडल की जिम्मेदारी होगी।
श्रमिक नेता नरेन्द्र धीमान, राममिलन ने कहा कि प्रबंधक मंडल द्वारा कर्मचारियों के वेतन से दिसंबर 2021, जनवरी 2022 एवं फरवरी में भविष्य निधि की कटौती की परंतु प्रबंधक मंडल ने भविष्य निधि के कार्यालय में जमा नहीं की जिससे कर्मचारियों को भारी नुकसान हो रहा है, श्रमिक संगठनों ने कहा कि कर्मचारियों का उत्तराखंड शुगर व मिल प्रबंधन उत्पीड़न बंद नहीं करता तो कर्मचारी संगठन संयुक्त हो सांकेतिक धरना प्रदर्शन आमरण अनशन, भूख हड़ताल, टूल डाउन, काली पट्टी, कार्य बहिष्कार जो भी उचित होगा करने के लिए विवश हो गए जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधक मंडल, उत्तराखंड शुगर मुख्यालय, शासन-प्रशासन व सरकार की होगी।
इस अवसर पर श्रमिक संगठनों से कमल बहादुर, राजेश सैनी, राममिलन, सुभाष पाल, विनोद शर्मा, अवधेश कुमार, कृष्ण पाल शर्मा, विजय कुमार शर्मा, गोपाल शर्मा, ओम प्रकाश, सुषमा चौधरी आर्य, सुभाष मिश्रा, शशि मसीही, प्रताप सिंह रावत, नागेंद्र पांडे, राजू मिश्रा, प्रभु विश्वकर्मा, प्रेमचंद्र, त्रिलोकी सिंह, नागु आदि कर्मचारियों मौजूद थे।