बॉडीगार्ड के पूर्व सैनिकों ने परिवार सहित पुरानी यादों को ताजा किया
2 जैक राईफल्स ‘बॉडी गार्ड’ का 154वां स्थापना दिवस मनाया
संवाददाता
देहरादून। माता संतला देवी मंदिर परिसर में 2 जैक राईफल्स ‘बॉडी गार्ड’ के पूर्व सैनिकों और उनके परिवार ने यूनिट का 154वां स्थापना दिवस को हर्षाेउल्लास के साथ मनाया और यूनिट के शहीदों को श्रद्वांजलि देते हुये बीते दिनों की याद को ताजा किया। इस अवसर पर बॉडीगाड के पूर्व सदस्य कै0 प्रताप सिंह मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे।
मुख्य अतिथि कै0 प्रताप सिंह ने बॉडीगाड के सभी सदस्यों को 154वें स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर सीडीएस के साथ शहीद हुए बटालियन के ब्रिगेडियर लखविन्दर सिंह एवं अन्य बिछडे सदस्यों को श्रद्वांजलि दी गई।
गौरतलब हो कि जम्मू कश्मीर राईल्स रेजीमेंट की यूनिट बॉडीगार्ड बटालियन 2 जैक राईफल्स की स्थापना 25 अप्रैल 1869 को जम्मू के बाग-ए-बाहु किले में महाराजा रणवीर सिंह के नेतृत्व में हुआ। इस यूनिट में गोरखा और डोगरा कौम का मिश्रण हैं। इसका उपनाम लम्ब्दारान-दे-पुत्तर रहा और बाद में महाराजा हरि सिंह द्वारा इसे बॉडी गार्ड के रूप में स्थापित किया। तब से इसे बाडीगार्ड के नाम से जाना जाता है।
यूनिट ने दोनों विश्वयुद्व, पाकिस्तान और चीन के साथ सभी युद्व, श्रीलंका, यूनाइटेड नेशन मिशन कांगो में शांति सेना की भूमिका के साथ-साथ देश के आंतरिक गृह युद्व और आतंकवाद से निपटने में भी अपना सक्रियता रहकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यूनिट को कई बार विभिन्न गैलेंट्री अवार्डों से सम्मानित किया गया है। रेजीमंेट का प्रशिक्षण केन्द्र मध्य प्रदेश के जबलपुर में मौजूद है।
यूनिट की 154वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बॉडीगाड के पूर्व सैनिकों ने नाच-गाने के जरिए जश्न मनाया। इस गेट टू गेदर में बॉडीगाड सदस्यों में उत्साह देखने को मिला। इस दौरान बड़ाखाना का भी आयोजन किया गया। बड़ाखाना के आयोजन में अनिल, जितेन्द्र राई, टीका शाही एवं अमर थापा ने विशेष सहयोग किया।
मंच का संचालन दीपक शाही द्वारा किया गया। इस अवसर पर बॉडीगार्ड के सदस्य प्रेम सिंह आले, अजय कुमार गुरूंग, जीवन लामा, प्रताप सिंह, भूपेन्द्र थापा, सोम बहादुर, लाल बहादुर थापा, विजय लामा, नवीन राणा, नारायण प्रसाद, तुल बहादुर, बुद्वि बहादुर, चंद्र बहादुर, ओम बहादुर, अजय क्षेत्री, पूरन बहादुर, शमशेर शाही सहित अनेक बॉडीगाड सदस्य एवं उनके परिजन मौजूद रहे।