अधिकारियों में सरकार का डर न होना बड़ी नाकामी: मोर्चा
# 11 बजे से पहले अधिकारी ऑफिस आने को तैयार नहीं
# अधिकांश हाजिरी लगाकर गायब
# कई अधिकारी क्षेत्र में होने का बहाना कर घर में फरमाते हैं आराम
# कई दोपहर बाद आने में लेते हैं दिलचस्पी
# भ्रष्टाचार के मामले में भी प्रदेश बना रहा रिकॉर्ड
# राजधानी में ये है आलम तो दूर दराज की स्थिति क्या होगी
संवाददाता
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में सरकारी विभाग की हालत कल स्वयं मुख्यमंत्री ने परखी, जिसमें कई अधिकारी/ कर्मचारी नदारद एवं लेट लतीफ मिले, जोकि सरकार की बहुत बड़ी नाकामी है। ये आलम तब है, जब आरटीओ कार्यालय की दूरी सचिवालय/ मुख्यमंत्री निवास/ राजभवन से मात्र 7-8 सौ मीटर है।
नेगी ने चिंता जताते हुए कहा कि जनता अपने छोटे-मोटे काम कराने के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटकर थक जाती है, लेकिन उनको कार्यालय में अधिकारी/कर्मचारी नहीं मिल पाते। कई अधिकारियों की दिनचर्या तो यह हो गई है कि वे 11 बजे के बाद ही आना पसंद करते हैं तथा कई हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं। कई क्षेत्र में होने का बहाना कर घर में आराम फरमा रहे होते हैं, जिसका अनुसरण मातहत कर्मचारी भी करते हैं। विभागों में फाइल बगैर लेनदेन के खिसकने का नाम नहीं लेती तथा अधिकारी/ कर्मचारी सरेआम सुविधा शुल्क की मांग करते हैं।
नेगी ने कहा कि कल राजधानी की नाक के नीचे आरटीओ कार्यालय में स्वयं मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण में सरकार के काम की कलई खुल गई, जिसमें अधिकांश अधिकारी/ कर्मचारी नदारद मिले अथवा कुछ समय पर नहीं पहुंचे। वैसे मुख्यमंत्री द्वारा जो कार्रवाई की गई वो अच्छी पहल है, लेकिन अधिकारियों कर्मचारियों में सरकार का भय न होना निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। मोर्चा द्वारा कई माह पहले भी सरकार को चेताने का काम किया था, लेकिन सरकार सोई रही।
मोर्चा सरकार से मांग करता है कि अधिकारियों को भी औचक निरीक्षण के निर्देश दें एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में धरातल पर काम करें, जिससे जनता को सही समय पर न्याय मिल सके।
पत्रकार वार्ता में मो0 असद व प्रवीण शर्मा पीली पिन्नी मौजूद थे।